मुंबई : घरेलू ब्रोकरेज नुवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने कहा कि वित्त वर्ष 24 में 13.8 करोड़ टन की बिक्री के साथ एनसीएल तीसरी सबसे बड़ी सहायक कंपनी है. जो कोल इंडिया की कुल बिक्री वॉल्यूम में 18 प्रतिशत का योगदान देती है. इसपर ब्रोकरेज स्टॉक होल्ड की राय दी है.इसका टारगेट प्राइस 419 रुपए तय किया है.
कारोबारी हफ्ते के आखिरी दिन आज मार्केट में जोरदार गिरावट देखने को मिल रही है. इसके बावजूद सरकारी कंपनी कोल इंडिया के शेयर में आज तेजी देखने को मिल रही है. जहां ज्यादा तर शेयर गिर कर कारोबार करते नजर आए वहीं कोयल इंडिया का शेयर शुरुआती कारोबार में 10.42 बजे के दौरान 2.46 प्रतिशत या 8.95 रुपए की बढ़त के साथ 374.80 रुपए पर कारोबार करता नजर आया है. फिलहाल अभी दोपहर 1:40 बजे के आस-पास कंपनी का शेयर 1.32% की बढ़ोतरी के साथ 368.60 रुपए पर ट्रेड कर रहा है.
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आज कोयल इंडिया का शेयर फोकस में है. इसकी वजह ये है कि नॉर्दर्न कोलफील्ड के कोल पर 300 रुपये/टन लेवी लगाई है. कोल पर लेवी 1 मई 2025 से लागू होगी.नॉर्दर्न कोलफील्ड लिमिटेड ये कंपनी कोल इंडिया की सब्सिडियरी है.वहीं , प्रति टन 300 रुपए की लेवी लगाने से कंपनी की आय में 3877 करोड़ रुपए का इजाफा होने की संभावना है.FY26 में कंपनी का EBITDA बढ़कर 41800 करोड़ रुपये संभव है. इसकी वजह से कंपनी का FY26 में 9%, FY27 में 10% EBITDA बढ़ाने का अनुमान है.
जेपी मॉर्गन ने दी न्यूट्रल रेटिंग
जेपी मॉर्गन ने कोल इंडिया पर अपना न्यूट्रल टैग को दोहरा दिया है. हालांकि इसके टारगेट प्राइस को पहले के 395 रुपए से बढ़ाकर 420 रुपए कर दिया गया है. ब्रोकरेज ने कहा कि एफएसए मूल्य वृद्धि एक सकारात्मक आश्चर्य रहा.
नुवामा इंस्टीट्यूशनल ने होल्ड करने की दी सलाह
घरेलू ब्रोकरेज नुवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने कहा कि वित्त वर्ष 24 में 13.8 करोड़ टन की बिक्री के साथ एनसीएल तीसरी सबसे बड़ी सहायक कंपनी है. जो कोल इंडिया की कुल बिक्री वॉल्यूम में 18 प्रतिशत का योगदान देती है. कंपनी ने मुताबिक, इस लेवी से वित्त वर्ष 2025 में राजस्व 3,877.50 करोड़ रुपये बढ़ने की संभावना है.हालांकि 13.8 करोड़ टन के हिसाब से अतिरिक्त राजस्व 4,140 करोड़ रुपये प्रति वर्ष होगा. इसपर ब्रोकरेज स्टॉक होल्ड की राय दी है.इसका टारगेट प्राइस 419 रुपए तय किया है.