अंबिकापुर ,12 फरवरी 2025 (वेदांत समाचार) : अंबिकापुर में एक बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है, जहां एक व्यक्ति ने अपने पिता की मृत्यु की तिथि को बदलकर फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र प्राप्त किया और उसका उपयोग करके अपनी बहनों को उनके विधिक उत्तराधिकार से वंचित करने का प्रयास किया।
मामले की जानकारी
श्री तिलक साव पिता स्व. भीखम साव निवासी ग्राम बकना कलॉ थाना लुण्ड्रा सरगुजा के निवासी थे, जिनके नाम पर सदर रोड अंबिकापुर में करीब 08 एकड़ भूमि है, जिसका वर्तमान मूल्य 100 करोड़ से अधिक है।
श्री तिलक साव का मृत्यु फरवरी सन् 1970 में ग्राम बकना कलॉ में हो गया था। उनके विधिक उत्तराधिकारियों में पुत्र चमरू लाल के साथ-साथ उनकी 02 पुत्रियां मोदवा देवी व चंद्री देवी भी थीं।
फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र
चमरू लाल ने अपने पिता की मृत्यु की तिथि को बदलकर फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र प्राप्त किया, जिसमें उनके पिता की मृत्यु की तिथि 23.06.1953 को दिखाई गई है। इस फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र का उपयोग करके, चमरू लाल ने अपनी बहनों को उनके विधिक उत्तराधिकार से वंचित करने का प्रयास किया।
एसडीएम कार्यालय का फर्जी आदेश
चमरू लाल ने एसडीएम कार्यालय अंबिकापुर से एक फर्जी आदेश प्राप्त किया, जिसमें उनके पिता की मृत्यु की तिथि को बदलने की अनुमति दी गई थी। इस फर्जी आदेश का उपयोग करके, चमरू लाल ने नगर निगम अंबिकापुर में अपने पिता की मृत्यु की तिथि को बदलने के लिए आवेदन किया और फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र प्राप्त किया।
जांच और कार्रवाई
इस मामले में जांच की आवश्यकता है, और यदि चमरू लाल द्वारा किया गया फर्जीवाड़ा साबित होता है, तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। इसके अलावा, एसडीएम कार्यालय अंबिकापुर और नगर निगम अंबिकापुर के अधिकारियों के खिलाफ भी जांच की जानी चाहिए, जिन्होंने इस फर्जीवाड़े में सहयोग किया है।
निष्कर्ष
यह मामला यह दर्शाता है कि कैसे लोग अपने स्वार्थ के लिए फर्जीवाड़ा और धोखाधड़ी जैसे गलत तरीकों का उपयोग करते हैं। यह आवश्यक है कि हम ऐसे मामलों को गंभीरता से लें और उन्हें रोकने के लिए कार्रवाई करें।