11 फरवरी 2025: भारत को स्पोर्ट्स टेक का ग्लोबल हब बनाने के अपने विजन के अनुरूप, फेडरेशन ऑफ इंडियन फैंटेसी स्पोर्ट्स (एफआईएफएस) ने ड्रीम11 द्वारा संचालित स्पोर्ट्स एआई चैलेंज ‘स्पोर्ट्स डेटा गेमथॉन’ लॉन्च किया है। यह प्रतियोगिता डेटा को एकीकृत करने और आर्टिफिशल इंटेलिजेंस (एआई) और मशीन लर्निंग (एमएल) जैसी अत्याधुनिक तकनीकों के उपयोग के नए तरीकों की खोज की दिशा में एक कदम है।
प्रमुख संस्थानों की स्टूडेंट टीम्स इस गेमथॉन में भाग लेंगी, जहाँ वे आइसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के दौरान डेली फैंटेसी स्पोर्ट्स फॉर्मेट में प्रतिस्पर्धा करेंगी। प्रतिभागियों को डेटा एनालिटिक्स स्किल का लाभ उठाना होगा और गेमथॉन के हस्तांतरण से जुड़ी बाधाओं और अन्य नियमों का पालन करते हुए जीतने की रणनीति विकसित करने के लिए एआई और एमएल मॉडल बनाना होगा।
30 से अधिक प्रमुख संस्थानों ने गेमथॉन में रुचि दिखाई है और उनके स्ट्रेटेजी पेपर्स की समीक्षा करने के बाद, आईआईटी बॉम्बे, आईआईटी दिल्ली, आईआईटी खड़गपुर, आईआईटी कानपुर तथा आईआईटी धारवाड़ जैसे संस्थानों की 52 टीमों को शॉर्टलिस्ट किया गया है। शीर्ष तीन टीमें 25 लाख रुपए का कुल पुरस्कार पूल साझा करेंगी, जिनमें से प्रत्येक को क्रमशः 12.5 लाख रुपए, 7.5 लाख रुपए और5 लाख रुपए मिलेंगे।
एफआईएफएस के महानिदेशक जॉय भट्टाचार्य ने कहा, “हम स्पोर्ट्स डेटा गेमथॉन के पहले संस्करण को लॉन्च करने को लेकर बेहद उत्साहित हैं। प्रतिक्रिया बहुत बढ़िया रही है, और हम इस गेमथॉन में युवा दिमागों की प्रतिस्पर्धा को देखकर रोमांचित हैं। यह न सिर्फ खेल के साथ प्रौद्योगिकी के अधिक एकीकरण को प्रोत्साहित करेगा, बल्कि युवाओं को अपने कौशल को निखारने, खेल समुदाय से जुड़ने और अभिनव तरीकों से प्रशंसक अनुभव को बेहतर बनाने में योगदान देने के लिए एक मंच भी प्रदान करेगा।”
जॉय भट्टाचार्य ने आगे कहा, “हम इस गेमथॉन को एक वैश्विक प्रतियोगिता के रूप में स्थापित करने की कल्पना करते हैं, जो आने वाले वर्षों में कई खेल विषयों में विस्तारित होगी।”
गेमथॉन प्रतिभागियों को एक संपूर्ण खेल टूर्नामेंट के लिए परिणामों को मॉडल और पूर्वानुमान करने के लिए अपने डेटा एनालिटिक्स कौशल का लाभ उठाने की चुनौती पेश करेगा, जिससे उनकी विश्लेषणात्मक सोच और खेल में अत्याधुनिक निर्णय लेने वाली तकनीक को लागू करने की क्षमता दोनों का परीक्षण होगा।
ये मॉडल वास्तविक जीवन के खेलों के लिए भी जबरदस्त क्षमता रखते हैं, जो प्रतिभा की पहचान और खेल की स्ट्रेटेजी के लिए मूल्यवान अंतर्दृष्टि प्रदान करते हैं। प्रतियोगिता में प्रतिभागियों का मूल्यांकन कई मापदंडों पर किया जाएगा, जिनमें निम्न बिंदु शामिल हैं, लेकिन इन्हीं तक सीमित नहीं हैं:
समस्या की पहचान और बाधाएँ
डेटा संग्रह और विश्लेषण
मॉडल चयन और अनुकूलन
टीम स्ट्रेटेजी और सहयोग
खेल के बाद का विश्लेषण और तकनीकी क्षमताएँ
गेमथॉन के दौरान छात्रों को सपोर्ट करने के लिए, एफआईएफएस ने एक्सपर्ट के तौर पर दो लोगों- जॉय भट्टाचार्य, प्रसिद्ध क्रिकेट एनालिस्ट और प्रोफेसर विशाल मिश्रा (कोलंबिया विश्वविद्यालय, अमेरिका) में एआई के वाइस डीन को चुना है। ये एक्सपर्ट स्टूडेंट टीम्स को अपना एक्सपर्ट गाइडेंस प्रदान करेंगे।
‘स्पोर्ट्स डेटा गेमथॉन’ का उद्देश्य इनोवेशन के लिए उत्प्रेरक (कैटेलिस्ट) बनना है, जिससे भारत स्पोर्ट्स टेक में ग्लोबल लीडर बनने की दिशा में आगे बढ़ सके। स्पोर्ट्स एनालिटिक्स के तेजी से विकसित हो रहे क्षेत्र में युवा प्रतिभाओं को बढ़ावा देकर, गेमथॉन एक गतिशील इकोसिस्टम को बढ़ावा देगा, जहाँ अत्याधुनिक तकनीक और डिजिटल कॉन्टेंट कन्वर्ज की भागीदारी को फिर से परिभाषित करने के लिए एक साथ आती है। फैन्स को अनुभव के केंद्र में रखते हुए, यह पहल स्पोर्टस टैक में प्रगति को बढ़ावा देती है, मनोरंजन, डेटा-संचालित अंतर्दृष्टि और इनोवेशन को जोड़ती है, ताकि ग्लोबल स्टेज पर भारत के स्पोर्ट्स इंडस्ट्री के भविष्य को आकार दिया जा सके।
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