कोरबा,10 फरवरी 2025 (वेदांत समाचार)। धार्मिक आस्था अपनी जगह है और चुनाव अपनी जगह। ऐसे में व्यक्ति के लिए एक समय में प्राथमिकता कोई एक हो सकती है। 144 वर्ष में उपस्थित हुए प्रयागराज महाकुंभ के विशेष संयोग को विशेष रूप से हिंदू जनमानस छोडऩे की मानसिकता में नहीं है, चाहे दूसरे काम पीछे क्यों ना छोड़ जाए। इसीलिए नगर पालिका परिषद दीपिका के चुनाव में 96 लोग वोट नहीं डाल सकेंगे। हालांकि उन्होंने इस बारे में विकल्प की मांग प्रशासन से की लेकिन बात नहीं बनी। नगर पालिका परिषद के प्रगति नगर और बगल के वार्ड से ऐसे 96 मतदाता जुड़े हुए हैं जो महाकुंभ की यात्रा पर चले गए। इसका नगरी निकाय चुनाव से लेना देना इसलिए नहीं बताया जा रहा है क्योंकि लोगों ने दो महीने पहले ही योजना बनाई थी और एक ट्रैवलिंग कंपनी को संपूर्ण राशि का भुगतान कर दिया था। इसके बाद निकाय चुनाव की तिथि निर्धारित हुई। जबकि लोगों की यात्रा की अवधि स्थानीय स्तर पर निर्वाचन तिथि के आसपास बनी हुई है। जब तक लोगों की वापसी होगी तो उनके बच्चों के परीक्षाएं शुरू हो जाएगी। इसलिए उनके पास महाकुंभ यात्रा का विकल्प सबसे सर्वोपरि है, चुनाव नहीं।
बताया गया कि ऐसे लोगों ने मतदान के महत्व को समझने की कोशिश की और अपने लिए विकल्प देने के लिए निर्वाचन अधिकारी से संपर्क किया लेकिन उन्हें बताया गया कि इस प्रकार के प्रावधान आम लोगों के मामले में नहीं है। ऐसी स्थिति में लोगों को चुनाव और मताधिकार का प्रयोग करने का विचार हाशिये पर करने के लिए मजबूर होना पड़ा। महाकुंभ की यात्रा पर निकले लोगों ने कहा कि विशेष परिस्थितियों में लोगों के लिए विकल्प होने चाहिए। इस बारे में नगर पालिका दीपका के लिए नियुक्त रिटर्निंग ऑफिसर टी.आर.भारद्वाज से तथ्यात्मक जानकारी लेने संपर्क किया गया जो नाकाम रहा।