छिंदडांड़ में 421.32 क्विंटल धान हुआ था गायब, इसलिए झटपट कराया उठाव

समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की सतर्कता

कोरिया बैकुंठपुर,31जनवरी 2025। पिछले साल समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के समय उपार्जन केंद्र छिंदडांड़ से 421.32 क्विंटल धान गायब होने के बाद प्रशासन एलर्ट है। मामले में नए विपणन वर्ष में इस केंद्र से धान गायब होने से पहले झटपट उठाव करा रहे हैं। वहीं सहकारी बैंक के माध्यम से गायब धान की कीमत भी वसूली जाएगी।

धान उपार्जन केंद्र छिंदडांड़ में वर्ष 2023-24 में 421.32 क्विंटल धान गायब हुआ था। राज्य सरकार ने 2183 रुपए के प्रति क्विंटल के हिसाब से धान खरीदी कराई थी। उस हिसाब से गायब धान की कीमत करीब 9.20 लाख है। मामले में जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के माध्यम से रिकवरी होगी। नए विपणन वर्ष 2024-25 में छिंदडांड़ में अब तक 56354.40 क्विंटल धान खरीदी हो चुकी है। जिसकी कीमत 221792680 रुपए है। ऑनलाइन लिंकिंग के माध्यम से पंजीकृत किसानों से 29127672.68 रुपए ऋण वसूली हो चुकी है। साथ ही किसानों के बैंक खाते में 192665007.32 रुपए भुगतान कराया गया है। खाद्य, विपणन विभाग ने पिछले साल धान गायब होने के मामले में अलर्ट है और जहां धान गायब हुआ था।

वहां धान का उठाव कराने में फोकस किया गया है। फिलहाल छिंदडांड उपार्जन केंद्र में बहुत कम मात्रा में धान का स्टॉक शेष है। जिससे गायब होने या सूखने से राज्य सरकार को किसी प्रकार का आर्थिक नुकसान नहीं होगा। आदिम जाति सेवा सहकारी समिति छिंदडांड़ के मुताबिक खरीफ सीजन में ऋण लेने वाले किसानों से 29127672.68 रुपए ऋण वसूली हो चुकी है। वहीं पंजीकृत 162 किसान अपना धान बिक्री करने नहीं पहुंचे हैं। जिसमें ऋण लेने वाले किसान भी शामिल हैं। धान नहीं बेचने के कारण उपार्जन केंद्र में 40 लाख ऋण बकाया है। समिति को ऋणी किसानों से हर हाल में 31 मार्च तक वसूली करने में मुश्किल हो सकती है। ऋण लेकर धान बेचने नहीं आने वाले किसानों से ऋण वसूली की कार्रवाई की जाएगी। उनको 31 मार्च तक नकद पटाना होता है। रेकॉर्ड देखने के बाद ही पता चलेगा कि कितने किसानों का लोन बकाया है। समिति से नोटिस जारी किया जाएगा।