मुख्यमंत्री डॉ.यादव ने 9वें अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध महोत्सव में की शिरकत, बोले-बाबा साहब के बताएं मार्ग पर चल रही सरकार

भोपाल,27 जनवरी 2025। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भोपाल के चूना भट्टी क्षेत्र में आयोजित 9वें अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध महोत्सव में शिरकत कर कार्यक्रम को संबोधित किया। इस अवसर पर उन्होंने आयोजकों द्वारा चयनित विभूतियों को “अंतर्राष्ट्रीय बुद्ध शांति पुरस्कार” प्रदान किया तथा महोत्सव पर आधारित “स्मारिका” का विमोचन भी किया।इस मौके पर समाजजनों की मांग पर मुख्यमंत्री ने चूनाभट्टी स्थित स्थल को स्थायी बौद्ध भूमि घोषित करने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि हम सब एक हैं और सब मिलकर इस पवित्र बौद्ध भूमि का विकास करेंगे। भोपाल में हुए बौद्ध महोत्सव में देश-विदेश से आए बौद्ध विद्वानों और अनुयायियों ने भाग लिया।

कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य बौद्ध दर्शन और उसके माध्यम से विश्व शांति की स्थापना को बढ़ावा देना था। इस दौरान मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि आज दुनिया को युद्ध की नहीं, बुद्ध के बताये ज्ञान मार्ग पर अमल की जरूरत है। भगवान बुद्ध का मार्ग ही विश्व शांति का मार्ग है। यह मार्ग हमें मन की शांति, करूणा, प्रेम, अपनत्व और विश्व बंधुत्व की ओर ले जाता है। मुख्यमंत्री ने बुद्ध के विचारों और शिक्षाओं को अपनाने पर जोर देते हुए कहा कि उनका संदेश दुनिया में शांति और सद्भाव लाने का सबसे सशक्त माध्यम है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि समाज में समरसता लाने के लिए बुद्ध का बताया मार्ग ही सर्वश्रेष्ठ है।

हम इसी दिशा में आगे बढ़ रहे हैं‌। सरकार बौद्ध समाजजनों के साथ मिलकर समाज विकास के कार्य करेगी। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि हमारी सरकार ने बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर को सदैव ही मान-सम्मान दिया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बाबा साहेब की जन्म स्थली, उनके अध्ययन स्थल, उनकी दीक्षा स्थल, चैत्य स्थल और महानिर्वाण स्थल का विकास कर इन्हें पंच महातीर्थ की संज्ञा दी है। हमारी सरकार महात्मा गौतम बुद्ध और बाबा साहेब के बताए शांति मार्ग पर चलकर समतामूलक समाज के निर्माण की दिशा में अग्रसर है। हमने 24 जनवरी को ही महेश्वर में हुई कैबिनेट मीटिंग में महू स्थित डॉ. भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय में विधि संकाय प्रारंभ करने के लिए 25 करोड़ रुपए मंजूर किए हैं। सांची स्थित बौद्ध ज्ञान अध्ययन विश्वविद्यालय को भी हम अंतर्राष्ट्रीय स्तर के मानकों के अनुरूप बनायेंगे। इसमें सभी जरूरी संसाधन और सुविधाएं बढाई जाएंगी।