गर्भवती प्रेमिका को दूसरे राज्य में ले जाकर उतारा मौत के घाट

बोकारो,22 जनवरी 2025: झारखंड के बालीडीह स्थित रेलवे की खंडहरनुमा बिल्डिंग से बरामद शव की पहचान बिहार के गया जिले की लक्ष्मी कुमारी (20 वर्ष) के रूप में की गई है। लड़की के प्रेमी ने तमिलनाडु से बोकारो लाकर उसकी निर्ममता से हत्या कर दी। फिर शव को रेलवे की खंडहरनुमा बिल्डिंग के शौचालय में फेंक दिया। बताया जाता है कि 19 जनवरी को लड़की का शव बरामद हुआ था। एसपी मनोज स्वर्गीयारी ने हेडक्वार्टर डीएसपी अनिमेष गुप्ता के देखरेख में इंस्पेक्टर नवीन कुमार सिंह के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया। एसआईटी ने 48 घंटे के अंदर शव की पहचान के साथ हत्या के आरोपी पिंड्राजोड़ा काशीटांड़ के रोहित महतो (19 वर्ष) को चास वंशीडीह से गिरफ्तार कर लिया। एसपी ने मंगलवार को प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि दोनों तमिलनाडु बलम्पलानौर स्थित सुप्राजीत फैक्ट्री में साथ मजदूरी करते थे, इसी क्रम में दोनों में प्रेम हुआ। सितंबर 2024 में दोनों ने शादी कर ली। इसकी जानकारी आरोपी ने घर वालों से छुपा रखी थी।

लड़की के गर्भ में चार माह का नवजात पल रहा था। मेडिकल बोर्ड के जरिए शव के पोस्टमार्टम में इस तथ्य का खुलासा हुआ। शादी के बाद लड़की लगातार आरोपी पर दबाव बना रही थी कि उसे अपने माता-पिता के पास ले चले। आरोपी ने हत्या की रणनीति बना बोकारो आने का निर्णय लिया था। एलेप्पी एक्सप्रेस से 17 जनवरी को बोकारो पहुंचा। स्टेशन से डेढ़ किलोमीटर दूर रेलवे की खंडहरनुमा बिल्डिंग में ले जाकर गला घोंटकर मौत के घाट उतारा।

दुपट्टे से दोनों हाथ बांधकर शौचालय में फेंक कर शव को बोरे से ढक दिया। पुलिस जांच को दिशाहीन करने के लिए मृतका के बैग से कपड़े निकाल कर इधर उधर फेंक कर चाचा के घर चास चला गया। अनुसंधान के क्रम में रेलवे सीसीटीवी फुटेज में आरोपी युवक को मृतका के साथ स्टेशन से बाहर आता देखा गया, जो उद्भेदन का पहला आधार बना। घटनास्थल से बरामद मृतका के मोबाइल को टेक्निकल सेल ने खंगालकर पहचान व ब्लाइंड मर्डर केस के उद्भेदन का आधार बना दिया। उधर रांची से आई एफएसएल टीम से भी घटना के पीछे का उद्वेश्य की जानकारी मिली। इन तमाम विंग के सामूहिक प्रयास से एसआईटी ने मामले का सफल उद्वेदन कर दिया। एसपी मनोज स्वर्गीयारी ने कहा कि इस जघन्य अपराध का स्पीडी ट्रायल कराया जाएगा। ताकि दोषी को कठोर सजा दिलाया जा सके। आरोपी के स्वीकारोक्ति बयान के साथ एसआईटी के पास हत्या के बाद खुल लगे कपड़े भी है। एफएसएल ने भी सबूत को संग्रहित किया है, जो आरोपी को सजा दिलाने में मददगार होगी।