बालोद,20 जनवरी 2025 (वेदांत समाचार)। जरूरी नहीं कि रोशनी चिरागों से ही हो बेटियां भी घर में उजाला करती हैं। इस कहावत को बालोद शहर की बेटी आयुषी तिवारी ने चरितार्थ कर दिया है। अपनी मेहनत और लगन के दम पर आयुषी तिवारी एमबीबीएस पास कर डॉक्टर बन गई हैं।
आयुषी तिवारी ने शेडोंग फर्स्ट मेडिकल यूनिवर्सिटी (शेडोंग एकेडमी ऑफ मेडिकल साइंसेज) ताइआन, चीन से एमबीबीएस की डिग्री हासिल की। उन्होंने 5 सालों की कड़ी पढ़ाई के बाद अपना सपना पूरा किया और डॉक्टर बनीं।
आयुषी तिवारी के पिता अखिलेश तिवारी सिविल कांट्रेक्टर हैं और उनकी माता सुषमा तिवारी शिक्षिका हैं। आयुषी दो बहनों में सबसे बड़ी हैं।
आयुषी तिवारी की सफलता ने बालोद शहर के लिए मिसाल पेश की है और उन्होंने बेटियों के लिए एक प्रेरणा का स्रोत बनाया है।