अहमदाबाद, 18 जनवरी । नर्मदा नदी के पानी को कच्छ के गांवों तक पहुंचाने के लिए गुजरात सरकार की परियोजना के लिए नाबार्ड ने 2006 करोड़ रुपये के ऋण की मंजूरी दी है। इस संबंध में सरकार की तरफ से जानकारी जारी की गई है।
नर्मदा नदी का पानी नर्मदा शाखा नहर के माध्यम से गुजरात और राजस्थान के कई हिस्सों तक पहुँचता है। अब कच्छ जिले के सुदूर गांवों के किसानों को भी नर्मदा जल का लाभ मिलेगा। गुजरात सरकार कच्छ जिले के टप्पर बांध से जिले के सुदूर गांव के जलाशय तक पाइपलाइन बिछाने की योजना लागू कर रही है, जिसके लिए नाबार्ड ने 2,006 करोड़ रुपये का ऋण मंजूर किया है।
कच्छ जिला देश का सबसे बड़ा जिला है और इसके अधिकांश हिस्सों में अब तक सिंचाई के पानी की कमी है। टप्पर बांध से जिले के विभिन्न गांवों तक पाइपलाइन बिछाने की योजना से 127 गांवों के लगभग 2 लाख लोगों को लाभ होगा और 1.57 लाख हेक्टेयर भूमि को सिंचाई के लिए पानी मिलेगा। वर्ष 2023-24 में क्रियान्वित प्रथम चरण में नाबार्ड ने 3235 करोड़ रुपये का ऋण स्वीकृत किया था। अब दूसरे चरण के तहत 2006 करोड़ रुपये का ऋण स्वीकृत किया गया है। यह रियायती ऋण ग्रामीण अवसंरचना विकास निधि (आरआईडीएफ) के तहत स्वीकृत किया गया है।
दूसरे चरण में माकनपार गांव के मुख्य स्टेशन से नारा जलाशय (उत्तरी लिंक नहर) तक और टप्पार के मुख्य पंपिंग स्टेशन से संधारो जलाशय (दक्षिण लिंक नहर) तक पाइपलाइन बिछाई जा रही है। उत्तर और दक्षिण लिंक नहरों के माध्यम से पानी की उपलब्धता से, कच्छ के दूरदराज के गांवों में किसान कई फसलें उगाने में सक्षम होंगे। ग्रामीण अवसंरचना विकास कोष (आरआईडीएफ) भारत सरकार द्वारा नाबार्ड में स्थापित एक कोष है, जो ग्रामीण क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे के लिए सहायता प्रदान करता है।
1995-96 में स्थापित इस फंड के माध्यम से नाबार्ड ने अब तक गुजरात सरकार को 63,477 परियोजनाओं के लिए 45,957 करोड़ रुपये की ऋण सहायता स्वीकृत की है। इनमें सौराष्ट्र नर्मदा अवतरण योजना (सौनी), सूर्यशक्ति खेडूत योजना, भाडभुत बैराज परियोजना और कच्छ शाखा नहर योजना मुख्य रूप से शामिल है।