- राष्ट्रीय स्टार्टअप दिवस पर कंपनी ने स्टार्टअप्स के साथ अपने रणनीतिक गठबंधनों पर प्रकाश डाला
- दक्षता और सस्टेनेबिलिटी वृद्धि के लिए कंपनी ने 100 से ज्यादा प्रोजेक्ट्स में किया अहम निवेश
रायपुर, 16 जनवरी 2025: राष्ट्रीय स्टार्टअप दिवस पर भारत की सबसे बड़ी एल्यूमिनियम उत्पादक वेदांता एल्यूमिनियम ने एल्यूमिनियम सेक्टर के भीतर महत्वपूर्ण व्यावसायिक चुनौतियों से निपटने वाले 70 से अधिक स्टार्टअप के साथ अपने सफल गठबंधन के बारे में जानकारी देकर नवोन्मेष के लिए अपनी प्रतिबद्धता को पुनः दोहराया है। इन साझेदारियों के परिणामस्वरूप स्टार्टअप के साथ इनोवेशन को बढ़ावा देने, रोबोटिक्स, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई), कंप्यूटर विज़न, इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी) और स्मार्ट सेफ्टी सॉल्यूशंस लाने, विनिर्माण मानकों को फिर से परिभाषित करने और उद्योग में स्थिरता और तकनीकी प्रगति को आगे बढ़ाने के लिए वेदांता एल्यूमिनियम के समर्पण को मजबूत करने के लिए वेदांता स्पार्क के तहत 100 से अधिक प्रोजेक्ट्स की तैनाती हुई है।
अभिनव टेक्नोलॉजी और समाधानों का लाभ उठाकर, इन साझेदारियों का उद्देश्य प्रचालन दक्षता को बढ़ाना, उत्पादन प्रक्रियाओं को ऑप्टिमाइज़ करना और लागत में अहम बचत को बढ़ावा देना है। कंपनी द्वारा किए गए गठबंधन विविध क्षेत्रों में फैले हुए हैं, जिनमें वॉल्यूम मैनेजमेंट, लागत घटाव और पर्यावरणीय स्थिरता शामिल हैं। इसके अलावा, वे इस सेक्टर में सस्टेनेबल प्रैक्टिस को बढ़ावा देने में सहायक हैं, जो पर्यावरण संरक्षण और दीर्घकालिक स्थिरता लक्ष्यों के लिए वेदांता एल्यूमिनियम की व्यापक प्रतिबद्धता के मुताबिक चलती हैं, गौर तलब है की कंपनी का लक्ष्य 2050 तक नैट् ज़ीरो उत्सर्जन की स्थिति हासिल करना है।
इस अवसर पर वेदांता एल्यूमिनियम के सीओओ श्री सुनील गुप्ता ने कहा, ’’भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम तेज़ी से आगे बढ़ रहा है, काबिल व उत्साही उद्यमी तथा उनके इनोवेटिव सॉल्यूशंस उद्योगों में बदलाव ला रहे हैं और बिज़नेस मॉडल की नई परिभाषा गढ़ रहे हैं। हम इन स्टार्टअप के साथ सहयोग करने के लिए उत्साहित हैं, जिनकी अत्याधुनिक तकनीक और नए विचार हमें एल्यूमिनियम क्षेत्र में दक्षता, सस्टेनेबिलिटी और इनोवेशन को आगे बढ़ाने में मदद करेंगे। वेदांता एल्यूमिनियम में, हम वेदांता स्पार्क टीम और स्टार्टअप के साथ मिलकर काम करने पर गर्व करते हैं, ताकि हमारे उद्योग के भविष्य को आकार देने वाले परिवर्तनकारी समाधानों की प्राप्ति हो सके।’’
वेदांता में कॉर्पोरेट वेंचर कैपिटल और स्पार्क के उपाध्यक्ष और प्रमुख श्री अमितेश सिन्हा ने अपने विचार प्रकट करते हुए कहा, ’’हमारा मानना है कि मैन्युफैक्चरिंग, धातु और खनन का भविष्य स्टार्टअप्स से इनोवेटिव तकनीकों को अपनाने में निहित है। वेदांता एल्यूमिनियम के नेतृत्व ने स्टार्टअप सहयोग और उनके अत्याधुनिक समाधानों को अपनाकर एक मजबूत उदाहरण स्थापित किया है। वेदांता स्पार्क के माध्यम से हम एक ऐसे स्टार्टअप इकोसिस्टम का निर्माण कर रहे हैं जो प्रभाव-बढ़ाने वाले वॉल्यूम को बढ़ावा दे, लागत में कटौती करे और विश्व स्तरीय ईएसजी (पर्यावरण, सामाजिकता, गवर्नेंस) मानकों को हासिल करने में सक्षम हो। ये साझेदारियां न केवल वेदांता एल्यूमिनियम के महत्व में वृद्धि करती हैं बल्कि पूरे उद्योग को भी उन्नत बनाती हैं।’’
इन सहयोगी उपक्रमों में से एक उल्लेखनीय स्टार्टअप है- इनफिनिट अपटाइम, जो एआई-संचालित ऐनालिटिक्स का उपयोग करके औद्योगिक मशीनरी के लिए पूर्वानुमानित रखरखाव पर ध्यान केंद्रित करता है। उन्होंने 350 उपकरणों में 1000 से अधिक सेंसर लगाए हैं, जिससे अनियोजित ब्रेकडाउन की अवधि में 2,000 घंटे की उल्लेखनीय बचत हुई है, उत्पादन के घंटे बढ़े हैं और अनियोजित लागत को कम करने में मदद मिली है। यह इनोवेटिव टेक्नोलॉजी के माध्यम से प्रचालन दक्षता बढ़ाने में उनकी क्षमता को जाहिर करता है।
साझेदारी की अहमियत पर इनफिनिट अपटाइम के सीईओ और संस्थापक श्री रौनक भिंगे ने कहा, ’’इनफिनिट अपटाइम आभारी है कि वेदांता एल्यूमिनियम हमारे सॉल्यूशन को सबसे पहले अपनाने वाले संगठनों में से एक है। एक छोटी सी पहल के रूप में शुरुआत के बाद अब यह एक सफल साझेदारी बन गई है। वेदांता स्पार्क ने वेदांता समूह के भीतर स्टार्टअप्स का मार्गदर्शन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, जिससे हमें मजबूत बिजनेस केस निर्मित करने और समूह की खरीद प्रक्रियाओं को आगे बढ़ाने में मदद मिली है। बदले में, समूह की कंपनियों ने अपने प्रचालन में इनोवेशन की तीव्र शुरुआत से काफी लाभ उठाया है। ऐसी तकनीकों को अपनाना दर्शाता है कि वेदांता स्टार्टअप सहयोगों के माध्यम से इनोवेशन को आगे बढ़ाने के लिए कितनी प्रतिबद्धता है।’’