आनंद मेला 2025: भारत की लोक धरोहर और सामुदायिक भावना का भव्य उत्सव – NTPC कोरबा

आंगन में नृत्य: भारत की लोक धरोहर का संगम – आनंद मेला 2025

कोरबा, 14 जनवरी (वेदांत समाचार)। NTPC कोरबा में दो दिवसीय आनंद मेला 2025 भव्यता के साथ मनाया गया, जो भारत की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर और सामुदायिक भावना का अद्भुत संगम था। इस आयोजन का उद्घाटन 12 जनवरी 2025 को निम्नलिखित गणमान्य व्यक्तियों द्वारा किया गया:

  • अनिल कुमार, कार्यकारी निदेशक, NTPC लारा, और श्रीमती अनुराधा शर्मा, अध्यक्षा, प्रेरिता महिला समिति।
  • विजय कृष्ण पांडे, मुख्य महाप्रबंधक, NTPC सीपत, और श्रीमती साधना पांडे, अध्यक्षा, संगवारी महिला समिति।
  • राजीव खन्ना, बीयूएच, NTPC कोरबा, और श्रीमती रोली खन्ना, अध्यक्षा, मैत्री महिला समिति।
  • एम.के. बेबी, परियोजना प्रमुख, एनजीएसएल, और श्रीमती सिबी बेबी।
  • एम.एस. श्रीनिवासन, क्वालिटी चैंपियन (CII), और प्रेमदास टी., वरिष्ठ मूल्यांकनकर्ता (पूर्व सीजीएम, NTPC लिमिटेड)।

उद्घाटन समारोह में रिबन काटना, गणेश पूजा, दीप प्रज्वलन, केक काटना, और गुब्बारे छोड़ना शामिल था। विशिष्ट अतिथियों का पारंपरिक कोसा अंगवस्त्र देकर स्वागत किया गया।

आयोजन की मुख्य विशेषताएं
आनंद मेला 2025 ने सभी आयु वर्ग के लोगों को आकर्षित करने वाले मनोरंजक कार्यक्रमों और प्रदर्शनों की एक झलक प्रस्तुत की:

  1. स्टॉल और प्रदर्शनियां:
    80 से अधिक विविध स्टॉलों के एक समृद्ध बाजार ने सभी के लिए कुछ न कुछ प्रस्तुत किया। फूड और गेम स्टॉल ने मनोरंजन के साथ स्वादिष्ट व्यंजन परोसे। टाउनशिप स्कूलों ने अपनी अभिनव पहलों का प्रदर्शन किया। मैत्री महिला समिति और बाल भवन द्वारा संचालित सीएसआर और कल्याणकारी स्टॉल ने सामुदायिक प्रयासों को उजागर किया। NTPC की समुदाय के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाने वाले एक समर्पित मेडिकल स्टॉल और संबंधित प्रदर्शनियां भी आयोजित की गईं।
  2. सांस्कृतिक प्रस्तुतियां:
    मेला का मुख्य आकर्षण भारत की लोक धरोहर का शानदार उत्सव था। बिहू, भांगड़ा, कश्मीरी, लावणी और छत्तीसगढ़ी जैसे पारंपरिक नृत्यों ने मंच को जीवंत कर दिया। “भारत के लोक नृत्य” विषय को क्रिएटिव सेल्फी प्वाइंट्स और पारंपरिक छत्तीसगढ़ की झलकियों के माध्यम से खूबसूरती से प्रस्तुत किया गया।
  3. विशेष पहल:
    सामाजिक कल्याण के प्रति NTPC की प्रतिबद्धता कृत्रिम अंगों के वितरण के रूप में देखी गई, जिसने कई चेहरों पर मुस्कान ला दी। इसके अलावा, मेहनतकश सहायक कर्मचारियों को आभार स्वरूप उपहार भेंट किए गए।

दूसरे दिन का रोमांच आंतरिक सांस्कृतिक प्रस्तुतियों, रोमांचक रैफल ड्रॉ और एक जीवंत तंबोला नाइट के साथ जारी रहा, जिसने सभी के लिए आनंद से भरे पल सुनिश्चित किए। उत्सव के दौरान स्टॉलों ने भी उत्साही भीड़ को आकर्षित किया।

आनंद मेला 2025 संस्कृति, सामुदायिक भावना और उत्सव का अद्भुत संगम था। इस आयोजन ने न केवल भारत की असाधारण धरोहर को प्रस्तुत किया बल्कि सांस्कृतिक समरसता और सामाजिक कल्याण को बढ़ावा देने के लिए NTPC की अटूट प्रतिबद्धता को भी सुदृढ़ किया। यह एक अविस्मरणीय अनुभव था, जिसने सभी उपस्थित लोगों को खुशहाल यादों और सामुदायिक भावना की नई ऊर्जा से भर दिया।