प्रोफेसर विनोद शर्मा पर जानलेवा हमला करने वाला मुख्य आरोपी गिरफ्तार

भिलाई,13 जनवरी 2025:(वेदांत समाचार )। पुरानी भिलाई थाना क्षेत्र के बहुचर्चित प्रोफेसर विनोद शर्मा पर हुए जानलेवा हमले के मामले में दुर्ग पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है। घटना के छह महीने बाद, मुख्य इनामी आरोपी प्रोबीर शर्मा को आंध्र प्रदेश के काकीनाड़ा से हिरासत में लिया गया। उनके साथ उनकी डॉ. पत्नी भी मौजूद थीं, जिन्हें किसी भी मामले में आरोपी नहीं माना गया है।

दुर्ग पुलिस अधीक्षक जितेंद्र शुक्ला ने बताया कि प्रोबीर शर्मा पर ₹10,000 का इनाम घोषित किया गया था। 19 जुलाई 2024 को हुई इस घटना में अन्य दो फरार आरोपियों पर भी समान इनाम घोषित किया गया है।

घटना का विवरण


19 जुलाई 2024 की शाम, भिलाई तीन स्थित खूबचंद बघेल शासकीय महाविद्यालय से घर लौटते समय प्रोफेसर विनोद शर्मा पर छह हमलावरों ने लाठी-डंडों से हमला किया। इस हमले में प्रोफेसर गंभीर रूप से घायल हो गए, और उनके शरीर पर कई फ्रैक्चर आए। उनका इलाज दिल्ली में चल रहा है।

हमले के बाद, पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन मुख्य आरोपी सहित तीन फरार थे। इनमें से प्रोबीर शर्मा की गिरफ्तारी के बाद मामले में तेजी आने की संभावना है।

गिरफ्तारी और जांच की प्रगति


दुर्ग पुलिस की क्राइम ब्रांच और पुरानी भिलाई थाना टीम ने संयुक्त कार्रवाई में प्रोबीर शर्मा को काकीनाड़ा से हिरासत में लिया। पुलिस का कहना है कि सड़क मार्ग से आरोपी को भिलाई लाया जा रहा है। फरार अन्य आरोपी शिवम मिश्रा और धीरज कुमार पर भी इनाम घोषित है। रीवा से गिरफ्तार किए गए तीन आरोपियों से पूछताछ में अहम जानकारी मिली थी।

पूर्व मुख्यमंत्री के परिवार से पूछताछ


पुलिस ने इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री के पुत्र चैतन्य बघेल और उनकी बहन से भी पूछताछ की थी। दोनों का मोबाइल फोन जप्त कर लिया गया था। चैतन्य बघेल ने इस मामले को लेकर हाईकोर्ट में याचिका दायर कर रखी है।

अग्रिम जमानत याचिका खारिज


मुख्य आरोपी प्रोबीर शर्मा और पहले गिरफ्तार आरोपी करण पाठक की जमानत याचिकाएं अदालत ने खारिज कर दी हैं। पुलिस अब प्रोबीर शर्मा से पूछताछ कर रही है, जिससे हमले के पीछे की साजिश और इसमें शामिल अन्य लोगों का खुलासा होने की उम्मीद है।

पुलिस की कार्रवाई तेज होगी


पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आरोपी से पूछताछ के आधार पर इस हाई-प्रोफाइल मामले में नई कड़ियां जुड़ने की संभावना है। साथ ही, फरार आरोपियों की संपत्ति कुर्क करने की प्रक्रिया भी तेज की जाएगी। इस मामले पर नजर बनी रहेगी, और पुलिस की अगली कार्रवाई का इंतजार है।