जांजगीर,13जनवरी 2025 (वेदांत समाचार) । नवाचार के जरिए पंचायत क्षेत्र के लोगों ने आत्मनिर्भर बनने का प्रयास शुरू कर दिया है। अपनी अलग सोच और सरकारी योजनाओं के चलते जहां उनके परिवार का आसानी से भरण पोषण हो जा रहा है, वहीं काम को नए तरीके से करने से उनकी कमाई भी दिनों दिन बढ़ती जा रही है। अपने प्रोडक्ट को लांच करने से लेकर उसके प्रचार-प्रसार तक वे ऑनलाइन फ्लेटफॉर्म का इस्तेमाल कर रहे हैं। इससे घर में ही उनके पास आसानी से ऑर्डर पहुंच रहे हैं। ऑर्डर को तय समय में पूरा कर वे अपने ग्राहकों की संख्या लगातार बढ़ाते हैं। इससे वे आसपास के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की मिसाल बनते जा रहे हैं।
ऐसे काम करने वालों में ग्रामीण क्षेत्र की महिला और पुरुष दोनों शामिल हैं। उनकी घर बैठे इतनी इनकम हो जा रही है कि उन्हें अब नौकरी की जरूरत नहीं है। वे नौकरी की बजाय मालिक की तरह जीवन का गुजर-बसर कर रहे हैं। खबर में कुछ ऐसे लोगों के संबंध में जानकारी दे रहे हैं। जिन्होंने नवाचार को अपनाकर अपनी जिंदगी की तस्वीर बदल ली है। 1. ड्रोन से एक लाख रुपए की कमाई गांवों में महिलाओं के लिए रोजगार के अवसर सीमित हैं। ऐसे में बिहान समूह सहित अन्य महिला समूह जैसे प्लेटफॉर्म महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने का अवसर दिया है। हैं। ग्राम पोड़ी की महिला हेमलता मनहर को सरकारी योजना में ड्रोन मिला तो उससे खेतों में दवा का छिड़काव करना शुरू किया। पिछले सीजन में इस काम से उन्हें करीब 90 हजार रुपए की इनकम हुई है। उन्हें 26 जनवरी को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के हाथों सम्मानित किया जाएगा।
- पैरा से कलाकृति बनाने की ट्रेनिंग दी शासन के सहयोग से युवक की ओर से 20 लोगों को पैरा से कलाकृति बनाने की ट्रेनिंग दी जा रही है। चूड़ामणी सूर्यवंशी ने पैरा की कला से बच्चों को नए हुनर सिखाने में लगे हुए हैं। छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड की सहयोग से जिले के गांव में करीब तीन माह तक निशुक्ल पैरा से कलाकृति बनाने का प्रशिक्षण लेने के बाद वे इसके बने प्रोडक्ट ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीके से बेच सकेंगे।