महाकुंभ का आगाज: संगम पर सनातन का सबसे बड़ा समागम, ऐसी है सुरक्षा

नई दिल्ली,13जनवरी 2025: 12 साल के लंबे इंतजार के बाद सोमवार को वह समय आ गया है, जब करोड़ों श्रद्धालु महाकुंभ में पवित्र स्नान के लिए तैयार हैं। सोमवार से उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में धार्मिक पर्व महाकुंभ की शुरुआत हो है। संभावनाएं जताई जा रही हैं कि पहले ही दिन यानी 13 जनवरी को कम से कम 1 करोड़ श्रद्धालु डुबकी लगा सकते हैं। इसके लिए सुरक्षा व्यवस्था में भी AI कैमरे से लेकर NSG कमांडो तैनात हैं। उत्तर प्रदेश पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने बताया है कि 13 से 26 फरवरी तक आयोजित होने वाले इस धार्मिक कार्यक्रम में व्यापक सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं। राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी प्रयागराज के आसपास पर मजबूत सुरक्षा व्यवस्था के निर्देश दिए हैं। इनमें वो रास्ते भी शामिल हैं, जो जिले को पड़ोसी क्षेत्रों से जोड़ते हैं।

ऐसी है सुरक्षा

पुलिस ने 7 अहम रास्तों सिक्योरिटी सिस्टम के साथ 102 चेकपॉइंट तैयार किए हैं। यहां वाहनों और लोगों की जांच की जाएगी। डीजीपी प्रशांत कुमार का कहना है कि AI से लैस सुरक्षा व्यवस्था को संभालने के लिए करीब 40 हजार पुलिसकर्मी और साइबर क्राइम एक्सपर्ट जुटे हुए हैं। डीजीपी का कहना है कि 71 इंस्पेक्टर, 234 सब इंस्पेक्टर और 645 कॉन्स्टेबल समेत 1 हजार से ज्यादा पुलिसकर्मियों को प्रयागराज जिले से जुड़ने वाले 7 रास्तों पर तैनात किया गया है।

पुलिस अधीक्षक डॉ कौस्तुभ ने रविवार को कहा कि पूर्वांचल के गोरखपुर, महाराजगंज, देवरिया, कुशीनगर, आजमगढ़, गाजीपुर जनपदों से श्रद्धालु जौनपुर होकर ही प्रयागराज जाएंगे, इसके लिए जिले की सीमा गौराबादशाहपुर से मुंगरा बादशाहपुर तक सुरक्षा के लिए प्रमुख स्थानों पर सशस्त्र पुलिस एवं अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया है। इसके साथ ही जनपद पुलिस और यातायात पुलिस को भी हर प्रमुख स्थानों पर लगाया गया है। तैयारियों का जायजा लेने के लिए एंटी टैरेरिज्म स्क्वॉड, नेशनल सिक्योरिटी गार्ड और प्रोविंशियल आर्म्ड कॉन्स्टेब्युलरी और यूपी पुलिस ने मॉक ड्रिल की। पुलिस पानी के अंदर काम करने वाले ड्रोन और AI कैमरों की भी मदद ले रही है। खबर है कि कुंभ क्षेत्र के आसपास 2700 एआई कैमरा लगाए गए हैं और 113 अंडरवॉटर ड्रोन भी निगरानी करेंगे।

मेला स्थल का हुआ विस्तार

उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने कहा, “2019 में कुंभ हुआ था। यह महाकुंभ है और पिछले कुंभ में 24 करोड़ श्रद्धालु आए थे जबकि इस बार 35 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है।” मुख्य सचिव ने कहा, “व्यवस्था भी उसी के अनुरूप की जा रही हैं। मेले का क्षेत्रफल लगभग 25 प्रतिशत बढ़ा है। इस बार मेला करीब 4,000 हेक्टेयर में लगाया जा रहा है, जबकि पिछले कुंभ में यह करीब 3,200 हेक्टेयर क्षेत्र में लगाया गया था।”

साल 2019 के कुंभ से तुलना करते हुए सिंह ने कहा, “इस बार हमने मेला क्षेत्र को 25 सेक्टरों में बांटा है, जबकि 2019 में यह 20 सेक्टर में था। घाटों की लंबाई आठ किलोमीटर (2019 में) से बढ़ाकर 12 किलोमीटर (2025 में) कर दी गई है। पार्किंग क्षेत्र भी 2019 में 1291 हेक्टेयर की तुलना में इस बार बढ़ाकर 1850 हेक्टेयर कर दिया गया है।” उन्होंने कहा, “जब आप 2013 और 2019 में किए गए कार्यों की तुलना करेंगे तो इसमें काफी बदलाव देखेंगे और इस बार आप इसमें काफी सुधार पाएंगे, क्योंकि पैसे के मामले में भी, पिछली बार हमने लगभग 3,500 करोड़ रुपये खर्च किए थे और इस बार यह दोगुना है और हम लगभग 7,000 करोड़ रुपये खर्च कर रहे हैं।”