इंडिया के तेज गेंदबाज वरुण आरोन ने इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया है। वरुण ने साल 2011 में एमएस धोनी की कप्तानी में अपना डेब्यू किया था। वरुण ने भारत की ओर से 9 वनडे और इतने ही टेस्ट मैच खेले।
इस दौरान फास्ट बॉलर ने कुल मिलाकर 29 विकेट चटकाए। वरुण अपनी रफ्तार के लिए जाने जाते थे, लेकिन लगातार इंजरी की वजह से वह टीम से अंदर-बाहर होते रहे। वरुण साल 2010-11 में खेली गई विजय हजारे ट्रॉफी में पहली बार सुर्खियों में आए थे, जब उन्होंने 153 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गेंद फेंककर सनसनी मचा दी थी।
वरुण ने किया रिटायरमेंट का ऐलान
एमएस धोनी की कप्तानी में इंटरनेशनल क्रिकेट में कदम रखने वाले वरुण आरोन ने रिटायरमेंट का ऐलान कर दिया है। वरुण की गिनती एक समय पर भारतीय टीम के सबसे तेज गेंदबाजों में की जाती थी। हालांकि, लगातार इंजरी की वजह से उनका करियर ज्यादा लंबा नहीं चल सका। उन्होंने भारत की ओर से साल 2011 में अपना डेब्यू किया था। टीम इंडिया की तरफ से वरुण ने कुल 9 एकदिवसीय मुकाबले खेले और इस दौरान उन्होंने कुल 11 विकेट अपने नाम किए। वहीं, टेस्ट क्रिकेट में तेज गेंदबाज ने कुल 18 विकेट झटके।
इंजरी ने बर्बाद किया करियर
वरुण आरोन अपने करियर में चोटों से खासा परेशान रहे। इंजरी की वजह से वरुण भारतीय टीम से लगातार अंदर-बाहर होते रहे। हालांकि, घरेलू क्रिकेट में वरुण ने झारखंड की ओर से दमदार प्रदर्शन किया। वरुण ने कुल 66 फर्स्ट क्लास मैच खेले और इस दौरान फास्ट बॉलर ने कुल 173 विकेट चटकाए। वहीं, लिस्ट-ए क्रिकेट में वरुण ने 87 मैचों में 141 विकेट निकाले। टी-20 क्रिकेट में वरुण ने 95 मैच खेले और कुल 93 विकेट झटके।
आईपीएल में कई टीमों का रहे हिस्सा
वरुण आरोन आईपीएल में भी कई टीमों की तरफ से खेलते हुए दिखाई दिए। इंडियन प्रीमियर लीग में उन्होंने साल 2011 में अपना डेब्यू किया था। इस लीग में खेले कुल 52 मैचों में वरुण ने 44 विकेट चटकाए। हालांकि, साल 2022 के बाद वरुण को आईपीएल में अपना जलवा बिखेरने का मौका नहीं मिला। इस लीग में वह राजस्थान रॉयल्स, गुजरात टाइटंस समेत कई बड़ी टीमों की तरफ से खेलते हुए नजर आए।