वर्षाकाल में अतिवृष्टि होने पर बाढ़ से बचाव एवं आपदा प्रबंधन को लेकर नगरसेना के जवानों ने बचाव कार्य का पूर्वाभ्यास किया। इस दौरान जवानों के द्वारा बचाव उपकरणों का उपयोग करने के साथ-साथ मोटरबोट चालन, फंसे हुए लोगों को मोटरबोट के जरिए सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने तथा अन्य आवश्यक गतिविधियों का अभ्यास किया गया। जिला सेनानी एस.के. शुक्ला ने बताया कि आज सुबह गंगरेल जलाशय में नगर सैनिकों के द्वारा बाढ़ से बचाव का पूर्वाभ्यास किया गया। इस दौरान जवानों ने सभी उपकरणों का उपयोग करते हुए आपातिक गतिविधियों का अभ्यास किया।
उन्होंने बताया कि आपदा राहत अभ्यास के दौरान दो मोटरबोट प्रयुक्त किए गए। पहली मोटरबोट 22 सीटर एल्युमिनियम बोट तथा दूसरी 10 सीटर रबर बोट है। इनमें आपातकालीन सामग्री एवं उपकरण जैसे 40 एचपी इंजन, दो इमरजेंसी लाइट, तीन वुड कटर लाइफबाॅय, लाइफ जैकेट, रस्सा, टायर-ट्यूब,स्ट्रेक्चर , मेगाफोन, टाॅर्च आदि उपलब्ध हैं। उन्होंने बताया कि नगरसेना बाढ़ बचाव दल में 22 जवान शामिल हैं जो दो पालियों में 15 जून से 15 अक्टूबर तक नगरसेना लाइन रूद्री में तैनात किए गए हैं, जिसके प्रभारी ताराचंद सोनी सीक्यूएम है आपदा नियंत्रण कक्ष में लगाई गई कर्मचारियों की ड्यूटी
वर्षाकाल-2021 में अतिवृष्टि से बाढ़ की आशंका को दृष्टिगत करते हुए कलेक्टर पी.एस. एल्मा ने जिला कार्यालय के कक्ष क्रमांक-08 में आपदा नियंत्रण कक्ष स्थापित कर वहां 24 घण्टे के लिए कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई है। नियंत्रण कक्ष का मोबाइल नंबर 8319411900 है तथा इसके प्रभारी अधिकारी सहायक अधीक्षक भू-अभिलेख पुनीत वर्मा को नियुक्त किया गया है। जारी आदेश के अनुसार प्रत्येक माह की एक से 15 तारीख तक 11 कर्मचारी तथा 16 से माहांत तक 12 कर्मचारियों की तैनाती 24 घण्टे के लिए की गई है,
जिसमें सुबह छह से दोपहर दो बजे तक, दोपहर दो से रात्रि 10 बजे तक तथा रात्रि 10 बजे से सुबह छह बजे तक तीन पालियों में ड्यूटी लगाई गई है। आपदा नियंत्रण कक्ष में ड्यूटीरत कर्मचारी 31 अक्टूबर तक प्रतिदिन आपदा संबंधी सूचनाएं प्रभारी अधिकारी को अवगत कराएंगे। नियंत्रण कक्ष में कार्यरत कर्मचारी बाढ़ प्रभावित ग्रामों की सूची सहित आवश्यक जानकारी रखेंगे।
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