नईदिल्ली,05 जनवरी 2025 : ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में 1-3 से मिली हार के बाद मुख्य कोच गौतम गंभीर ने खिलाड़ियों के घरेलू टूर्नामेंट में खेलने पर जोर दिया है। उन्होंने कहा कि वह चाहते हैं कि सभी खिलाड़ी लाल गेंद के प्रारूप में घरेलू टूर्नामेंट में खेलें जिससे टेस्ट टीम के लिए अपनी दावेदारी पुख्ता कर सकें। भारत को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी टेस्ट में छह विकेट से हार का सामना करना पड़ा जिससे उसके विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल के लिए क्वालिफाई करने की उम्मीद टूट गई।
गंभीर का यह बयान उस वक्त आया है जब सीनियर खिलाड़ी रणजी ट्रॉफी में नहीं खेल रहे हैं। रणजी ट्रॉफी का अगला दौर इसी महीने से शुरू होगा और देखना दिलचस्प रहेगा कि पिछले कुछ समय से लगातार खराब फॉर्म में चल रहे भारतीय कप्तान रोहित शर्मा और स्टार बल्लेबाज विराट कोहली इसका हिस्सा होते हैं या नहीं।
ऑस्ट्रेलिया दौरे पर खामोश रहा रोहित-कोहली का बल्ला
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज के दौरान रोहित और कोहली के फॉर्म ने काफी निराश किया। कोहली ने जहां इस दौरे पर एक शतक जड़ा, वहीं रोहित का बल्ला पूरी तरह फ्लॉप रहा। इससे रोहित और कोहली के भविष्य पर सवाल उठने लगे। गंभीर ने इस बारे में भी अपनी राय रखी और कहा कि वह टेस्ट में भविष्य पर फैसला रोहित और कोहली पर ही छोड़ते हैं। गंभीर का कहना है कि यह दोनों खिलाड़ी टीम के हित को ध्यान में रखते हुए फैसला लेंगे।
गंभीर ने कहा, वे उत्कृष्ट प्रदर्शन की ललक रखने वाले दृढ इंसान है। वे ही तय करेंगे कि भारतीय क्रिकेट के लिए क्या सर्वश्रेष्ठ है। मैं किसी खिलाड़ी के भविष्य के बारे में बात नहीं कर सकता। यह बस इन दोनों पर ही निर्भर करता है। मैं बस इतना कह सकता हूं कि उनमें अभी भी भूख बाकी है और उनके पास जुनून है। रोहित शर्मा ने शीर्ष स्तर पर जवाबदेही दिखाई है।
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भारतीय कप्तान रोहित को सिडनी टेस्ट से बाहर रखा गया था जिससे उनके टेस्ट भविष्य को लेकर सवाल उठने लगे थे। हालांकि, रोहित ने स्पष्ट किया था कि पांचवें टेस्ट के बाहर रहने का संन्यास से कोई लेना देना नहीं है। उन्होंने टेस्ट से संन्यास की खबरों को पूरी तरह नकार दिया था।