नई दिल्ली,05 जनवरी 2025। चीन में तेजी से फैल रहे HMPV वायरस को लेकर भारत सतर्क हो गया है। चीन में इस वायरस के कारण सांस से जुड़ी बीमारियों के मामलों में हाल ही में तेज़ी आई है। हालांकि, केंद्र सरकार ने शनिवार को स्पष्ट किया कि भारत में स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है। बयान में कहा गया है, भारत इस वायरस से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। स्वास्थ्य मंत्रालय और डीजीएचएस ने संयुक्त निगरानी समूह की बैठक आयोजित की, जिसमें मौजूदा स्थिति की समीक्षा की गई। विशेषज्ञों का मानना है कि चीन में मौजूदा हालात सामान्य मौसमी बीमारियों के कारण हैं। केंद्र सरकार ने कहा कि भारत की स्वास्थ्य प्रणाली और निगरानी नेटवर्क चीन में फैल रहे HMPV वायरस के बारे में सतर्क हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने जनता को विश्वास दिलाया कि मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।
विशेषज्ञों की बैठक में हुई चर्चा
इस बैठक में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO), आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ (DM Cell), नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (NCDC), आईसीएमआर (ICMR), और एम्स दिल्ली जैसे प्रमुख संस्थानों के विशेषज्ञ शामिल हुए। बैठक के बाद, सरकार ने कहा कि चीन में बढ़ती बीमारियाँ इन्फ्लुएंजा, आरएसवी (RSV), और HMPV जैसे सामान्य वायरसों के कारण हो रही हैं।
भारत का मजबूत निगरानी तंत्र
केंद्र सरकार ने कहा कि भारत में इन्फ्लुएंजा जैसी बीमारियों (ILI) और गंभीर तीव्र श्वसन संक्रमण (SARI) के लिए पहले से ही एक मजबूत निगरानी प्रणाली है। आईसीएमआर और आईडीएसपी (IDSP) से प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक, भारत में इन बीमारियों के मामलों में कोई असामान्य बढ़ोतरी नहीं देखी गई है। इसके अतिरिक्त, अन्य वायरस जैसे एडेनोवायरस और HMPV की नियमित टेस्टिंग भी की जा रही है।
ICMR का बयान
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने कहा है कि HMPV और अन्य सांस की बीमारी पैदा करने वाले वायरसों के मामलों में फिलहाल कोई असामान्य तेजी नहीं देखी गई है। ICMR ने यह भी बताया कि मौजूदा मॉनिटरिंग सिस्टम के तहत इन बीमारियों के मामलों की नियमित जांच की जा रही है।
टेस्टिंग सुविधाओं को बढ़ाने की योजना
स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह भी कहा कि एहतियात के तौर पर HMPV वायरस की जांच के लिए लैब्स की संख्या बढ़ाई जाएगी। साथ ही, ICMR पूरे साल इस वायरस के ट्रेंड्स पर नजर रखेगा। हाल ही में देशभर में किए गए मॉक ड्रिल्स से यह साबित हुआ है कि भारत किसी भी स्वास्थ्य चुनौती का सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार है।
घबराने की कोई जरूरत नहीं: DGHS
डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ हेल्थ सर्विसेज (DGHS) के निदेशक डॉ. अतुल गोयल ने कहा कि HMPV एक सामान्य जुकाम की तरह की सांस की बीमारी है। उन्होंने जनता से अपील की कि यदि किसी को खांसी और जुकाम है, तो वह दूसरों से संपर्क करने से बचें और सामान्य बुखार और जुकाम के लिए नियमित दवाओं का उपयोग करें। डॉ. गोयल ने कहा कि मौजूदा स्थिति को लेकर घबराने की कोई जरूरत नहीं है।