कोंडागांव जाएं, तो जरूर घूमे “आमचो सरगी प्रकृति”

कोंडागांव, 02 जनवरी2025 (वेदांत समाचार)। विभाग दे रहा एक संदेश वृक्षों को बिना कोई नुकसान पहुंचाए हम उससे क्या क्या प्राप्त कर सकते है हवा ऑक्सीजन बेशकीमती वनोपज के साथ शरीर और काया को तंदुरुस्त रखने यहां योग और इवनिंग मॉर्निंग वॉक भी पेड़ो से लिपटी है कालीमिर्च की लताएं से के सकते है आमदनी
अब लोग भी समझने लगे है जीवन में वृक्षों का महत्व को

एक ओर लगातार घट रहे वन चिंता का विषय बने है वहीं शहर के अंदर दक्षिण वन मंडल कार्यालय के ठीक सामने 37.5 एकड़ के छेत्र में लगे साल के पेड़ बचे रहे विभाग ने ऐसा सुंदर गार्डन तैयार कर दिया है आप को प्रवेश करते ही लगेगा आप घने जंगलों के अंदर आ गए है

सब कुछ है यहां पर्यटकों के लिए

इस विशाल गार्डन के अंदर मॉर्निंग वॉक के लिए बनी है। ट्रैक जगह जगह सुंदर झरने बिना प्रकृतिक को नुकसान पहुंचाए बैठने के लिए बैंच कुर्सियां सौचालय सब कुछ आपको मिलेगा इस सुन्दर जंगल के अंदर

एक संदेश भी

इस गार्डन में सैकड़ों पेड़ है साल के जिस पर लगाई है काली मिर्च की बेल जो एक संदेश देने का प्रयास है कि एक पेड़ से हम आजीवन कितनी फसल ले आमदनी कर सकते है इस गार्डन में सुबह और शाम लोगो की सैर के साथ होने लगी है मॉर्निंग वॉक भी छत्तीसगढ़ की बस्तर की कुदरती खूबसूरती पूरी दुनिया में अपनी पहचान रखती है। जंगलो के घिरे बस्तर में पर्यटन की आपार संभावनाएं हैं,जिसे राज्य सरकार साकार करने की दिशा में हर सम्भव कदम उठाने लगी है।

कोंडागांव से एक खूबसूरत तस्वीर सामने आई। दरअसल कोंडागांव में वन विभाग द्वारा खूबसूरत और मनोहारी वन चेतना केन्द्र आमचो सरगी प्रकृति विकसित किया गया है। आने वाले समय में यह स्थान स्थानीय लोगों के लिए घूमने, टहलने और पिकनिक मनाने के लिए मनोरम स्थल के रूप में तब्दील होने के साथ पर्यटकों को भी आकर्षित करेगा।

छत्तीसगढ़ की बस्तर की कुदरती खूबसूरती पूरी दुनिया में अपनी पहचान रखती है। जंगलो के घिरे बस्तर में पर्यटन की आपार संभावनाएं हैं,जिसे राज्य सरकार साकार करने की दिशा में कोई हर सम्भव कदम उठाने लगी है।

आमचो सरगी प्रकृति में 11 जोन

आमचो सरगी प्रकृति वन चेतना केन्द्र को 11 जोन में विभाजित किया गया है। जिसमें बच्चों के लिए चिल्ड्रन पार्क, योगा प्लेटफॉर्म, ओपन जीम, ओपन प्लेटफॉर्म, तितली बहुल्य क्षेत्र, क्लाइमबर हाउस, बांबू जोन, तालाब, काष्टकला जोन, वूडन हट आदि बनाये गये हैं। इस वन चेतना केन्द्र में 08 प्रकार के बांस के पौधे लगाये गये हैं।

इसके अतिरिक्त औषधीय गुणों के पौधे,

विभिन्न प्रजाति के वृक्षों का प्रदर्शन भी यहां करते हुए उन वृक्षों के औषधीय एवं पर्यावरणीय गुणों का उल्लेख किया गया है, ताकि यहां आने वाले बच्चों एवं युवाओं को वृक्षों एवं वनों के संबंध में जानकारी प्राप्त हो सके। यह वन चेतना केन्द्र साल वृक्ष जिसे स्थानीय भाषा में सरई या सरगी कहा जाता है से चारों ओर से घिरा हुआ है। यहां कई वर्षों पुराने साल के वृक्ष मौजूद हैं। जिसकी वजह से इस वन चेतना केन्द्र का नामकरण ‘आमचो सरगी प्रकृति हर्र रखा गया है।