नए साल 2025 के पहले दिन छत्तीसगढ़ के मंदिरों में भारी भीड़ है। डोंगरगढ़ के बम्लेश्वरी मंदिर में 1 लाख से ज्यादा श्रद्धालु दर्शन करने पहुंचे। 31 दिसंबर की रात से ही यहां लोग कतार में खड़े रहे। हर साल यहां श्रद्धालुओं की भारी भीड़ रहती है।इससे पहले नए साल 2025 का वेलकम ग्रैंड सेलिब्रेशन से हुआ। 31st की देर रात तक लोग जश्न में डूबे रहे। साल के पहले दिन यानी आज भी ऐसा ही माहौल है।
जानिए छत्तीसगढ़ के बाकी शहरों का हाल –
दंतेवाड़ा: दंतेश्वरी मंदिर में भी सुबह से भक्त पहुंच रहे हैं। यहां आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, ओडिशा समेत अन्य राज्यों से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु मनोकामना लेकर माता के दरबार पहुंचे।
अंबिकापुर: मां महामाया मंदिर में सुबह कड़ाके की ठंड में दर्शन के लिए श्रद्धालु कतार में खड़े रहे। यहां सुबह से हजारों श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं।
रायपुर: श्रीराम मंदिर में सुबह से ही श्रद्धालुओं के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है। अब तक यहां सैकड़ों लोगों ने दर्शन कर लिए हैं। र
बिलासपुर: शहर से 25 किलोमीटर दूर रतनपुर स्थित महामाया देवी मंदिर में सुबह सात बजे से ही श्रद्धालु पहुंचने लगे। देखते ही देखते देवी दर्शन करने के लिए लोगों की कतार लग गई। इस दौरान विशेष पूजा-आराधना कर लोगों ने आने वाले साल भर खुशहाली की कामना की। इसके साथ ही शहर के मंदिरों में भी लोग मत्था टेकने पहुंचते रहे।
डोंगरगढ़: हजार सीढ़ियां चढ़कर माता बम्लेश्वरी के होते हैं दर्शन। रोप-वे में से जाने के लिए भी श्रद्धालुओं को काफी इंतजार करना पड़ रहा है। अब तक यहां लाखों श्रद्धालुओं ने दर्शन किए हैं।
रायगढ़: नए साल में सुबह से लोग शहर के मंदिरों में पहुंचने लगे। शहर के पहाड़ मंदिर में 500 सीढ़ी चढ़कर श्रद्धालु मंदिर पहुंचे और पूजापाठ करते हुए नया साल पिछले वर्ष से बेहतर और शांति और खुशी से बीते इसके लिए मनोकामनाएं मांगी।
राजनांदगांव: मां पाताल भैरवी सिद्धपीठ में नए वर्ष पर हजारों श्रद्धालुओं ने दर्शन किए। सुबह से ही भक्तों की कतार लगी हुई है। करीब 9000 श्रद्धालु सुबह से दर्शन कर चुके हैं। भक्त अपनी मनोकामना लेकर मां के दरबार में पहुंच रहे हैं। पूरे परिवार के साथ अंचल के दर्शनार्थी पहुंचकर दर्शन लाभ ले रहे हैं।
छत्तीसगढ़ के मंदिरों की तस्वीरें
डोंगरगढ़ स्थित मां बम्लेश्वरी मंदिर। यहां हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने पहुंचते हैं।
रायपुर में VIP रोड स्थित श्रीराम मंदिर में श्रद्धालुओं ने पूजा-अर्चना की।
बिलासपुर से 25 किमी दूर स्थित रतनपुर में मां महामाया मंदिर।
रायपुर के पुरानी बस्ती स्थित मां महामाया मंदिर।
दंतेश्वरी मंदिर में सुबह 11 बजे तक लंबी कतार लगी रही।
अंबिकापुर के महामाया मंदिर सुबह कड़ाके की ठंड के बीच मां के दर्शन के लिए लगी कतार।
गरियाबंद के भूतेश्वरनाथ मंदिर में भी श्रद्धालुओं की भीड़ जुटी।