केन्द्रीय राज्य मंत्री ने आकांक्षी जिला के तहत चल रहे विकास कार्यों का अवलोकन किया

दंतेवाड़ा,29दिसंबर 2024 । जिला दंतेवाड़ा में अपने प्रवास के दौरान स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय भारत सरकार, केंद्रीय राज्य मंत्री श्रीमती अनुप्रिया पटेल ने रविवार को बाल मित्र पुस्तकालय, जैविक कृषि, नव गुरुकुल एवं एसएचसी सेंटर घोटपाल का अवलोकन भ्रमण किया।

केन्द्रीय राज्य मंत्री सर्वप्रथम मुख्यालय के चितांलका ग्राम स्थित बालमित्र पुस्तकालय पहुंची। उल्लेखनीय है कि जिला प्रशासन द्वारा शाला त्यागी बच्चों को नवीन शिक्षा के क्षेत्र में जोड़ने के लिए बच्चों की पुस्तकालय के साथ बाल-हितैषी जिला बनाने की पहल की गई है। ताकि जिले के जितने भी शाला त्यागी बच्चे है उन्हें बाल मित्र कार्यक्रम योजना से जोड़ा जाए। जिससे बच्चों का मन पुस्तकीय ज्ञान की और आकर्षित हो सके।

इस संबंध में जिले के प्रभारी कलेक्टर एवं जिला पंचायत सीईओ जयंत नाहटा ने मंत्री को अवगत कराया कि जिले में संचालित बाल मित्र पुस्तकालय एवं गतिविधि केन्द्र अभी तीन विकासखण्ड में प्रारंभ की गई है। ’’बाल मित्र कार्यक्रम’’ दंतेवाड़ा के बच्चों की शैक्षिक, सुरक्षा और विकासात्मक आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए एक अग्रणी पहल है। जिला प्रशासन और गैर-लाभकारी संगठन ’’बचपन बनाओ’’ के सहयोग से विकसित, यह कार्यक्रम पंचायतों में बाल मित्र पुस्तकालय सह गतिविधि केंद्र (बीएलसीएसी) की स्थापना पर केंद्रित है। ये केंद्र बच्चों के लिए शिक्षा के संदर्भ में सुरक्षित, सुलभ स्थान प्रदान करते हैं इस कार्यक्रम के द्वारा साक्षरता, सामाजिक भावनात्मक विकास और सामुदायिक भागीदारी को बढ़ावा दिया जाएगा। इस पहल के केंद्र में बाल मित्र साथी के रूप में स्थानीय युवाओं को प्रशिक्षित कर सहयोग लिया जायेगा।

इस मौके पर केंद्रीय राज्य मंत्री ने उपस्थित बच्चों के साथ रुबरु होकर उनकी विभिन्न गतिविधियों को देख कर प्रोत्साहित किया। इस दौरान उन्होंने उपस्थित बच्चों से उनके पढ़ाई विषयक पुस्तकों के बारे मे जानना चाहा। बच्चों ने भी उन्हें उत्साहपूर्वक विभिन्न पुस्तकों जैसे “तीन साथी” और “मुन्नी करें बात बकरी के साथ” जैसी किताबों के बारे में तथा इनसे संबंधित कविता सुनाया। इससे मंत्री ने बच्चों की तारीफ करते हुए उन्हें प्रोत्साहन दिया। उन्होंने कहा कि शाला त्यागी बच्चों के लिए की जा रही यह पहल न केवल बच्चों में पढ़ने की आदत विकसित करने का उदाहरण है, बल्कि उनके भीतर रचनात्मकता और आत्म विश्वास भी बढ़ाने में सहायक है। पुस्तकालयों के ऐसे कार्यक्रम बच्चों के बौद्धिक और सांस्कृतिक विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। इसके पश्चात उन्होंने कारली ग्राम अन्तर्गत जैविक कृषि कर रहे प्रगतिशील कृषक देवचंद यादव द्वारा किए जा रहे कृषि फार्मिंग को देखा। कृषक देवचंद यादव पीढ़ियों से जैविक कृषि के माध्यम से धान गोभी, करेला, मूली, बरबट्टी, धनिया और अन्य सब्जियों उगा रहे है। इस दौरान श्रीमती पटेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले का जैविक कृषि की ओर बढ़ना एक प्रेरणादायक पहल है।

जिला प्रशासन और कृषि विभाग के प्रयासों से 110 गांवों में 10,264 किसानों की 65,279 हेक्टेयर भूमि का जैविक प्रमाणीकरण किया जाना एक बड़ी उपलब्धि है। यह पहल न केवल कृषि में रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों के उपयोग को कम करेगी, बल्कि किसानों को स्थायी और पर्यावरण के अनुकूल कृषि पद्धतियों की ओर भी प्रोत्साहित करेगी। कारली गांव के देवचंद इस बदलाव का एक उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत करते हैं। इसे व्यापक स्तर पर प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। जैविक कृषि स्वास्थ्य के लिए लाभकारी और पर्यावरण के लिए अनुकूल है।

इस तरह की सफल कहानियां अन्य किसानों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेंगी और दंतेवाड़ा जैसे आकांक्षी जिलों में जैविक खेती को और गति प्रदान करेंगी। इसके अलावा केन्द्रीय राज्य मंत्री द्वारा जावंगा स्थित नवगुरुकुल केंद्र का भी अवलोकन किया गया। उल्लेखनीय है कि जिला प्रशासन द्वारा जावंगा नवगुरुकुल में निःशुल्क आवासीय सॉफ्टवेयर इजीनियरिग प्रोग्राम, आधुनिक कौषल जैसे इंग्लिश स्पीकिंग, लीडरशिप स्किल, पर्सनालिटी डेवलपमेंट आदि का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसमें किसी कारणवश 10वीं और 12वीं परीक्षा के बाद ड्राप आउट करने वाले छात्र-छात्राओं के लिए तकनीकी क्षेत्रों में अवसर उपलब्ध कराए जा रहे है।

नवगुरुकुल केंद्र के निरीक्षण के दौरान केंद्रीय राज्य मंत्री ने छात्र-छात्राओं से उनसे दिए जा रहे प्रशिक्षण के बारे में पूछा और मन लगाकर पढ़ाई करने की बात कही। इस क्रम में उन्होंने गीदम स्थित 50 बिस्तर मातृ शिशु स्वास्थ्य अस्पताल (एमसीएच) सेंटर का भी अवलोकन करते हुए सुविधाओं के बारे में जानकारी ली और दिशा निर्देश दिए। इसके साथ ही उनके द्वारा गीदम ब्लॉक अन्तर्गत ग्राम घोटपाल स्थित आयुष्मान आरोग्य मंदिर का भी निरीक्षण किया।

यहां स्वास्थ्य विभाग के तत्वावधान में स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया था। उल्लेखनीय है कि जिले में प्रत्येक सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के अन्तर्गत सप्ताह के दो दिन स्वास्थ्य शिविर लगाए जाते है इन स्वास्थ्य शिविरों में उच्च रक्तचाप, मधुमेह,जैसे बीमारियों के जांच के साथ-साथ आयुष्मान कार्ड पंजीयन की भी सुविधा दूर दराज ग्रामीणों को उपलब्ध कराई जाती है। इसे वे ग्रामीणों लाभान्वित हो रहे है जो कारणवश जिला चिकित्सालय नियमित जांच हेतु नहीं आ पाते। गाँव के समीप ही स्वास्थ्य शिविर के आयोजन से ग्रामीणों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध हो रही हैं। यहां निरीक्षण के दौरान केन्द्रीय राज्य मंत्री ने यहां उपस्थित मितानिनों, चिकित्सकों के साथ-साथ मरीजो के साथ भी अनौपचारिक चर्चा किया तथा उनसे केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा दी जा रही चिकित्सा सुविधाओं से लाभान्वित होने को कहा। इस मौके पर केंद्रीय राज्य मंत्री को स्मृति चिन्ह भी भेंट किया गया। इस अवसर पर क्षेत्र के विधायक चैतराम अटामी, सहित अन्य जनप्रतिनिधि, अपर कलेक्टर राजेश पात्रे, एसडीएम, अभिषेक तिवारी, सीएमएचओ डॉ. अजय रामटेके, उपसंचालक कृषि सूरज पंसारी सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।