हमारा संविधान देश की आत्मा है, जिसे सशक्त रखने के लिए हम सभी को इसका अक्षरशः पालन करना चाहिए: डॉ प्रशांत

कोरबा, 26 नवंबर (वेदांत समाचार)। हमारा संविधान हमारे देश की आत्मा है। भारतीय संविधान जन-जन का पथ प्रदर्शन करते हुए उन्हें सशक्त बनाता है, जन व तंत्र को जोड़ते हुए अधिकारों व कर्तव्यों से परिचित कराकर राष्ट्र को अखंडित व मजबूत बनाती है। हम सबको संविधान का आदर करना चाहिए।

यह विचार मंगलवार को कमला नेहरू महाविद्यालय में देश के 75वें संविधान दिवस पर प्राचार्य डॉ प्रशांत बोपापुरकर ने व्यक्त किए। संविधान दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ प्रशांत बोपापुरकर ने विद्यार्थियों और प्राध्यापकों को संविधान के सम्मान और अक्षरशः पालन करने की शपथ दिलाई।

संविधान दिवस पर कार्यक्रम का संचालन राष्ट्रीय सेवा योजना के जिला संगठक वायके तिवारी द्वारा किया गया। श्री तिवारी ने संविधान सभा, प्रारूप व अन्य समितियों का गठन, विभिन्न देशों के संविधान द्वारा लिए गए सिद्धांतों तथा मौलिक कर्तव्यों की जानकारी देते हुए संविधान की विशेषताओं का उल्लेख किया। तदुपरांत प्राचार्य डॉ प्रशांत बोपापुरकर ने समस्त अध्यापकों, एनएसएस व एनसीसी के स्वयंसेवकों, छात्र-छात्राओं व कर्मचारियों को संविधान की प्रस्तावना का वाचन कराया तथा संविधान दिवस की बधाई दी। कार्यक्रम में भूगोल विभाग के अध्यक्ष एके मिश्रा, विभागाध्यक्ष फॉरेस्ट्री डॉ सुनील तिवारी, हिन्दी के सहायक प्राध्यापक टी.व्ही. नरसिम्हम, बृजेश तिवारी, कंप्यूटर साइंस विभाग के विभागाध्यक्ष अनिल राठौर, वेदव्रत उपाध्याय, डॉ सुशीला कुजूर, डॉ विमला सिंह, श्रीमती अनिता यादव, श्रीमती अंजू खेस, कुणाल दास गुप्ता, डॉ भारती कुलदीप, मनीष पटेल, रामकुमार श्रीवास, गोविंद उपाध्याय, श्रीमती प्रीति रॉबर्ट्स समेत अकादमिक व कार्यालयीन कर्मी उपस्थित थे। महाविद्यालय के छात्र छात्राओं ने भी मौजूदगी दर्ज करते हुए सक्रिय योगदान दिया।

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