कोरबा, 22 नवंबर 2024। कोरबा जिले में लाखों-करोड़ों की पीडब्ल्यूडी और प्रधानमंत्री ग्रामीण योजना की सड़कों को पीएचई के ठेकेदारों द्वारा खराब किया जा रहा है। यह सब आंखों देखी हो रहा है, लेकिन पीएचई विभाग के अधिकारी इसे झुठलाने पर तुले हैं।
सड़क को नुकसान पहुंचाने के मामले में पीडब्ल्यूडी के द्वारा बार-बार पीएचई के अधिकारियों को नोटिस दिया जाता रहा है, लेकिन वह इस पर संज्ञान नहीं ले रहे हैं। एक बार फिर उन्हें सड़क सुधार के लिए नोटिस देने के साथ-साथ पेनल्टी लगाने की भी तैयारी की जा रही है। सूत्र बताते हैं कि 50 लाख रुपये से अधिक की पैनाल्टी का एस्टीमेट तैयार किया जा रहा है।
कटघोरा से अंबिकापुर मार्ग में पीडब्ल्यूडी की सड़क के किनारे कॉलर खोदकर पाइप लाइन बिछाने का काम कराया जा रहा है। पीएचई के द्वारा पहले जल जीवन मिशन योजना के तहत पाइपलाइन बिछाने का काम दिया गया, जिसके ठेकेदारों ने सड़कों के किनारे कॉलर खोदकर पाइपलाइन बिछाया। इसके करीब 6-7 महीने बाद अब एक बार फिर सड़कों के कॉलर को खोदकर मल्टी विलेज योजना के तहत बड़ी पाइपलाइन बिछाने का काम हो रहा है।
इससे जहां सड़क कमजोर हो रही है, वहीं जल जीवन मिशन योजना के तहत कुछ माह पहले ही बिछाए गए पाइपलाइन को भी तहस कर दिया गया है। इसके साथ-साथ भारत नेट योजना के तहत बिछाए गए फाइबर केबल भी क्षतिग्रस्त हुए हैं। मल्टी विलेज योजना का क्रियान्वयन कर रही ठेका कंपनी की लापरवाही के कारण जहां लाखों-करोड़ों की जल जीवन मिशन योजना और भारत नेट योजना की दुर्गति की गई है, वहीं पीएचई के ईई से लेकर जिम्मेदार मैदानी अधिकारियों के द्वारा इसकी अनदेखी की जा रही है।
एक बड़ी योजना का क्रियान्वयन करने के लिए पहली योजना का सत्यानाश कर दिया गया, जबकि जल जीवन मिशन का काम करने वाले फर्म को अभी आधी राशि का ही भुगतान किया जा सका है। ऐसे में सरकारी पैसे की बर्बादी की जा रही है, सड़क का नुकसान हो रहा है वह अलग।
सड़कों के किनारे गड्ढे खोद कर पाइपलाइन बिछा देने के बाद इस तरह के हालात निर्मित हुए हैं। मल्टी विलेज योजना से ग्रामीणों को पानी मिलेगा, यह अच्छी बात है।
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