बालोद, 20 नवंबर 2024। (वेदांत समाचार ) । जिले के गुण्डरदेही विकासखण्ड के शासकीय आईटीआई में बुधवार को जनजाति समाज का गौरवशाली अतीत ऐतिहासिक सामाजिक एवं आध्यात्मिक योगदान विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह कार्यशाला एक माह तक चलने वाले आयोजन का अंतिम पड़ाव था। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन और जनजाति महानायकों एवं माँ भारती के चित्र पर माल्यार्पण से हुई, जिसके बाद राज्यगीत का सामूहिक गायन किया गया।
कार्यक्रम के अध्यक्ष एस. खिलारी प्राचार्य ने कार्यक्रम के उद्देश्य पर प्रकाश डाला और बताया कि इसका मुख्य उद्देश्य जनजाति समाज को ऐतिहासिक, सामाजिक, और सांस्कृतिक योगदान को पहचान देना था। मुख्य वक्ता कृष्णा साहू जी सचिव वनवासी विकास समिति एवं जिला संयोजक जनजातीय गौरव स्मृति कार्यक्रम जिला बालोद कार्यशाला में उपस्थित रहे जिन्होंने जनजाति समाज की कई ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक घटनाओं से प्रशिक्षणार्थी को परिचित कराया। साथ ही उन्होने जनजाति वीरांे और वीरांगनाओं की संर्घषों और योगदानों का मजगान किया।
कार्यशाला के दौरान विभिन्न आयोजित प्रतियोगिता में जैसे रंगोली, निबंध लेखन एव चित्रकला के प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र देकर पुरस्कृत किया गया एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि श्रीमती संध्या भारद्वाज सदस्य जिला पंचायत बालोद उपस्थित रहे, जिन्होने जनजाति समाज की पारम्परिक बारिकियो पर विस्तार से प्रकाश डाली। विशेष अतिथि आदरणीय श्रीमती गायत्री साहू जी उपाध्यक्ष वनवासी विकास समिति एवं पूर्व सदस्य बाल कल्याण समिति प्रथम न्यायिक मजिस्ट्रेट पीट जिला बालोद, विष्णु लाल ठाकुर कार्यक्रम संयोजक जितेन्द्र कुमार कार्यक्रम प्रभारी थी, पुरन लाल ठाकुर सहायक कार्यक्रम प्रभारी, प्रशिक्षण अधिकारी मोहित कुमार साहू, शेखर साहू, आशीष साहू एवं कार्यायलीन स्टॉफ युधिष्ठिर साहू, कौशल कुमार धनकर एवं समस्त प्रशिक्षणार्थीगण उपस्थित रहे।
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