नई दिल्ली, 20 नवंबर 2024 । केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि भारत मुक्त व्यापार समझौते पर बातचीत करते समय समानता, संतुलन और निष्पक्ष व्यापार चाहता है। गोयल मुंबई में 27वें सीआईटीआईसी सीएलएसए इंडिया फोरम की एक बैठक में मुख्य वक्ता थे।
गोयल ने जोर देकर कहा कि भारत ऐसे देशों के साथ मुक्त व्यापार समझौते करना चाहता है जिनकी नीतियां पारदर्शी और खुली हैं तथा वहां की सरकारी आर्थिक प्रणालियां भारत के साथ मेल खाती हैं। गौरतलब है कि भारत इस समयब्रिटेन, यूरोपीय संघ, पेरू और ओमान के साथ मुक्त व्यापार समझौते के लिए द्विपक्षीय वार्ताएं कर रहा है। आस्ट्रेलिया के साथ व्यापक आर्थिक सहयोग समझौते की बातचीत भी प्रगति पर है। श्रीलंका के साथ भी आर्थिक एवं वाणिज्यिक सहयोग समझौते के विषय में कई दौर की वातायें हो चुकी हैं।
आसियान और दक्षिण कोरिया के साथ पहले किये गये मुक्त व्यापार समझौतों की परस्पर समीक्षा भी की जा रही है। श्री गोयल ने कहा कि पिछले एक दशक से नागरिकों को बुनियादी सुविधायें उपलब्ध कराना सरकार की प्राथमिकता रही है, जिससे भारतीयों को बड़ी उम्मीदें बरकरार रखने में मदद मिली है। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में यह सुनिश्चित किया गया है कि भारत को लोकतंत्र, युवाआबादी, बड़े बाजारऔर निर्णायक नेतृत्व का पूरा लाभ मिले।उन्होंने बैठक में शामिल प्रतिभागियों से देश में व्यावसायिक गतिविधियों में निवेश जारी रखने का आग्रह करते हुये कहा कि 2047 तक विकसित भारत की ओर बढ़ते हुये यहां अवसरों की विविधता भारत को दुनिया के लिए सबसे अच्छा निवेश स्थल बनाती है। गोयल ने बैठक में चर्चा के दौरान देश में कौशल विकास लेकर किये गये सवाल का जवाब देते हुये कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने बजट 2024 में 30 अरब डॉलर की पांच योजनाओं की घोषणा की है। आने वाले वर्षों में, सरकार का ध्यान युवाओं को उनकी इच्छा के अनुरूप औपचारिक शिक्षा प्राप्त करने और अपनी पसंद के व्यवसाय में आगे बढ़ने की सुविधा देने पर होगा। उन्होंने कहा कि कंपनियों की सामाजिक जिम्मेदारी के मद का खर्च भी आने वाले वर्षों में कौशल विकास के क्षेत्र में किये जा रहे प्रयासों को गति प्रदान करेगा।
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