बेमेतरा, 15 नवंबर (वेदांत समाचार)। भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने साजा के एसडीएम टेकराम माहेश्वरी और उनके गार्ड गौकरण सिंह को 10,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है।आरोप है कि साजा एसडीएम टेकराम माहेश्वरी एनओसी के लिए रिश्वत की मांग कर रहे थे। इसे लेकर दिव्यांग युवक ने एसीबी में शिकायत की थी, जिसके बाद एसीबी ने गरूवार को साजा के एसडीएम को घूस लेते गिरफ्तार किया है।
जानकारी के मुताबिक दिव्यांग युवक तुकाराम पटेल, ग्राम भठगांव, तहसील देवकर, जिला-बेमेतरा ने एंटी करप्शन ब्यूरो, रायपुर में शिकायत की थी।
शिकायत में कहा गया था कि नगर पंचायत परपोड़ी स्थित उसकी माता के नाम पर भूमि के डायवर्सन के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र के लिये एसडीएम कार्यालय साजा, जिला-बेमेतरा में आवेदन प्रस्तुत किया गया था।आरोपी एसडीएम साजा टेकराम माहेश्वरी ने इसके लिए एक लाख रुपये घूस की डिमांड की थी। आवेदक रिश्वत नहीं देना चाहता था, बल्कि आरोपी को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़वाना चाहता था। एसीबी ने शिकायत की जांच की तो मामला सही पाया गया।
युवक ने आरोपियों को रंगे हाथों पकड़वाने का लिया फैसला
जिसके बाद एसीबी ने जाल बिछाया और फिर एसडीएम को 20,000 रुपये रिश्वत देने पर सहमत किया। 10,000 रुपया एडवांस के रूप में दिया गया। जबकि गुरुवार को बकाया 10 हजार रुपया देते हुए एसडीएम टेकराम माहेश्वरी और उसके सहयोगी नगर सैनिक गौकरण सिंह को रंगे हाथों पकड़ा गया।
एसीबी ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत की कार्रवाई
गिरफ्तारी के तुरंत बाद एसीबी की टीम ने आरोपियों के निवास स्थानों की भी तलाशी शुरू कर दी है। उनके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम (पीसी एक्ट) 1988 की धारा 7 के तहत कार्रवाई की जा रही है।
एसडीएम के खिलाफ मिल रही थीं शिकायतें
घटना की खबर फैलते ही स्थानीय लोग एसडीएम कार्यालय के बाहर जमा हो गए। बताया जा रहा है कि टेकराम माहेश्वरी के कामकाज को लेकर पहले से ही शिकायतें मिल रही थीं। इस कार्रवाई से लोगों ने राहत की सांस ली है और भ्रष्टाचार के खिलाफ प्रशासन की इस सख्त कार्रवाई की सराहना की है।