लकड़ी लेने गए युवक पर हाथियों ने किया हमला, हुई मौत

जशपुर। छत्तीसगढ़ के जशपुर में सोमवार को हाथियों ने एक युवक पर हमला कर उसे मार दिया। देर शाम तक जब युवक नहीं लौटा तो परिजन उसे ट्रैक्टर से ढूंढने के लिए जंगल की ओर गए। वहां शव दिखाई दिया, लेकिन इससे पहले कि ग्रामीण उसे उठाते हाथियों के दल की आवाज सुनाई देने लगी। इसके चलते ग्रामीण वहां से भाग निकले। अगले दिन मंगलवार सुबह वन कर्मियों को इसकी सूचना दी गई। इसके बाद शव को वहां से निकाला जा सका।

जानकारी के मुताबिक, फुलडीह निवासी आगेश राम (21) सोमवार को लकड़ियां लेने के लिए जंगल में गया था। वह दोपहर तक नहीं लौटा तो परिजन गांव वालों के साथ उसे तलाश करने निकले। इस बीच पता चला कि वह जंगल से ही नहीं लौटा है। इस पर ग्रामीण ट्रैक्टर लेकर जंगल पहुंच गए। वहां तलाश करने के दौरान आगेश का शव दिखाई दिया। ग्रामीण उसे लेने के लिए बढ़े ही थे कि हाथियों की आवाज सुनाई देने लगी। इसे सुनकर ग्रामीण भाग निकले।

वन विभाग की टीम पहुंची तो शव को बाहर निकाला जा सका
जंगल में देर रात तक हाथियों की मौजूदगी बनी रही। इसके चलते दोबारा जाने की कोई हिम्मत नहीं कर सका। अगले दिन सुबह ग्रामीणों ने वन विभाग को सूचना दी तो शव को बाहर लाया जा सका। टीम ने पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया गया है। ग्रामीण के परिजनों को 25 हजार रुपए की सहायता राशि दी गई है। वन विभाग की ओर से ग्रामीणों को अलर्ट किया गया है कि वे जंगल में न जाएं। हाथियों ने वहां पर डेरा डाला हुआ है।

16 माह से 18 लोगों की मौत, साल भर में 2 हाथी भी मारे गए
जशपुर जिले में बीते हाथियों का उत्पात बढ़ता ही जा रहा है। पिछले 16 माह में हाथियों के हमले में 18 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं इनसे बचने के लिए ग्रामीणों के लगाए करंट की चपेट में आने से साल भर के दौरान दो हाथी भी मारे गए हैं। बताया जा रहा है कि पड़ोसी राज्य झारखंड और ओडिशा में खनन उद्योग के चलते उजड़ रहे जंगल के कारण हाथी छत्तीसगढ़ का रुख कर रहे हैं। भोजन को लेकर हो रही कमी के कारण उनमें द्वंद के भी मामले आए हैं।

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