रायपुर,30 अक्टूबर (वेदांत समाचार)। धनतेरस के दिन छत्तीसगढ़ में हर क्षेत्र में माँ लक्ष्मी की कृपा बरसी, जिससे राजधानी रायपुर सहित प्रदेशभर के बाजारों में रिकॉर्ड तोड़ बिक्री हुई। अनुमान के अनुसार, मंगलवार को एक ही दिन मेंलगभग 4,000 करोड़ रुपये का कारोबार हुआ, जिसमें सबसे अधिक हिस्सेदारी 1,500 करोड़ रुपये की सराफा सेक्टर की रही।
प्रमुख सेक्टर्स में बिक्री का आंकड़ा: ऑटोमोबाइल: 700 करोड़ रुपये के करीब 30,000 वाहन बिके।
रीयल एस्टेट: 800 करोड़ रुपये के मकान और प्लॉट्स की खरीदारी हुई। इलेक्ट्रॉनिक्स और मोबाइल: इस सेक्टर में 700 करोड़ रुपये का व्यापार हुआ। बर्तन, फर्नीचर, कपड़े, मिठाई और गिफ्ट आइटम्स: कुल मिलाकर 600 करोड़ रुपये का कारोबार हुआ। धनतेरस के मौके पर रायपुर के साथ ही सभी शहरों में बाजारों में चहल-पहल रही। राजधानी रायपुर में इतनी भीड़ थी कि खरीदारी के लिए लोगों को लंबा इंतजार करना पड़ा।
रीयल एस्टेट में 800 करोड़ के मकान और प्लॉट्स की बिक्री: रायपुर, भिलाई, दुर्ग, कोरबा, और बिलासपुर जैसे शहरों में इस बार मकान और प्लॉट्स की बिक्री ने रियल एस्टेट सेक्टर में नया रिकॉर्ड कायम किया। बिल्डरों के अनुसार, प्लॉट्स की बिक्री मकानों से अधिक रही, खासकर मध्यम वर्ग में प्लॉट्स का क्रेज काफी देखा गया। 20 लाख से लेकर 1 करोड़ रुपये तक के प्लॉट्स और 1 करोड़ से 3 करोड़ रुपये तक के मकानों की भी जोरदार खरीदारी हुई।
बर्तन, फर्नीचर और कपड़ों में 600 करोड़ का व्यापार: धनतेरस पर परंपरागत रूप से बर्तनों की खरीदी शुभ मानी जाती है। इस साल तांबे, कांसे और स्टील के बर्तनों की बिक्री खूब हुई। इसके साथ ही फर्नीचर में लकड़ी और स्टील के आइटम्स और कपड़ों की भी जमकर खरीदारी हुई। रायपुर के पंडरी कपड़ा बाजार के अनुसार, सिर्फ कपड़ों और रेडीमेड वस्त्रों में ही 300 करोड़ रुपये का कारोबार हुआ।
इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर में 700 करोड़ की बिक्री: इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर में भी इस बार धनतेरस पर रौनक रही। महंगे मोबाइल से लेकर एलईडी, कंप्यूटर, फ्रिज, और वाशिंग मशीन जैसे कई इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम्स की खरीदारी की गई। छत्तीसगढ़ फाडा के अध्यक्ष विवेक गर्ग के अनुसार, इस साल का इलेक्ट्रॉनिक्स व्यापार पिछले साल से बेहतर रहा। वहीं, जीके होंडा के संचालक पुनीत पारवानी के अनुसार, पूरे प्रदेश में लगभग 25,000 दोपहिया वाहन बेचे जाने का अनुमान है। धनतेरस के इस अवसर पर रायपुर समेत छत्तीसगढ़ के बाजारों में हर सेक्टर में जबरदस्त कारोबार हुआ, जिससे न केवल व्यापारियों की उम्मीदों से अधिक बिक्री हुई बल्कि प्रदेश में समृद्धि और उत्सव का माहौल भी छा गया।
[metaslider id="347522"]