छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस के अध्यक्ष अमित जोगी ने बस्तर कलेक्टर रजत बंसल को धुर्त और घमंडी निरूपित कर दिया है। जूनियर जोगी ने इस विषय को लेकर प्रधानमंत्री मोदी को एक चिट्ठी भी लिखी है, जिसमें जोगी ने लिखा है कि एक कलेक्टर को विपक्षी दलों के नेताओं के फोन उठाने का इतना भी शिष्टाचार बाकी नहीं है कि वो जनता की वाजिब समस्याओं का निराकरण कर सकें। ऐसे धूर्त और घमंडी अधिकारियों को तत्काल निष्कासित कर देना चाहिए। दरअसल बस्तर में कुछ सरकारी योजनाओं में गड़बड़ी का मुद्दा पिछले कई दिनों से अमित जोगी उठाए हुए हैं। इस मामले में उनके और बस्तर कलेक्टर के बीच जारी खींचतान अब सार्वजनिक हो गई है।
अपने सोशल मीडिया अकाउंटर पर अमित जोगी ने एक लेटर पोस्ट किया है। दरअसल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भेजी गई शिकायत का पत्र है। इसमें बस्तर कलेक्टर के बुरे बर्ताव और सरकारी योजना में गड़बड़ी की बातें लिखी हैं। इस पत्र के अंतिम में अमित जोगी ने लिखा है कि आईएएस रजत बंसल के भ्रष्ट रवैये की जांच कर उनके खिलाफ कार्रवाई करें। हालांकि इस पूरे मामले में रजत बंसल ने कोई प्रतिक्रिया अब तक नहीं दी है।
अमित जोगी ने दावा किया है कि जिला खनिज विकास (डीएमएफ) फंड में करोड़ों रुपए की गड़बड़ी की गई है। बच्चों को स्कूल में मिलने वाले भोजन की योजना में भी गड़बड़ी की गई है। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना और पीडब्ल्यूडी के तहत बस्तर जिले में कई सड़क-ठेकेदारों को बिना किसी प्रक्रिया का पालन किए जिला कलेक्टर और उनके परिजनों से निकटता होने की वजह से ठेका दिया गया है। बस्तर के कलेक्टर कई बार साइकिलिंग, पहाड़ चढ़ने और आदिवासियों के बीच रहने की तस्वीरें शेयर करते हैं मगर ये सिर्फ दिखावा है अपने भ्रष्ट आचरण को छुपाने के लिए।
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