सहकार भारती की प्रांतीय समीक्षा बैठक में आगामी योजनाओं पर हुआ विचार-विमर्श

रायपुर,28(वेदांत समाचार )। सहकार भारती छत्तीसगढ़ प्रदेश की प्रांतीय समीक्षा बैठक और आगामी योजना बैठक का आयोजन रायपुर के मंथन सभागार में किया गया। इस अवसर पर राज्य के सभी संभागों के प्रतिनिधि, सहकार भारती के वरिष्ठ पदाधिकारी और अन्य सदस्य उपस्थित रहे। बैठक का शुभारंभ सहकार भारती के संस्थापक लक्ष्मण राव इनामदार और भारत माता के चित्र पर पुष्प अर्पण और दीप प्रज्वलन से किया गया।

बैठक में जुलाई में कृषि विश्वविद्यालय रायपुर में आयोजित कृषि सहकार सम्मेलन की समीक्षा की गई, जिसमें विभिन्न विषयों पर चर्चा करते हुए संभाग और जिला स्तर के प्रतिनिधियों के सुझाव लिए गए। साथ ही, वर्ष 2025 को अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष घोषित किए जाने के उपलक्ष्य में प्रदेश स्तर पर सहकारिता के संदेश को जन-जन तक पहुँचाने के उद्देश्य से एक आयोजन समिति का गठन किया गया है। इस आयोजन समिति में प्रमुख संरक्षक के रूप में रामकृष्ण मिशन विवेकानंद भाव धारा के वरिष्ठ सन्यासी स्वामी तन्मयानंद जी को चुना गया है।आयोजन समिति में प्रदेश अध्यक्ष डॉ. लक्ष्मी कांत द्विवेदी, करुणानिधि यादव, हेमंत पांडे, कांति वर्मा, सतेंद्र सिंह, और अन्य वरिष्ठ सदस्यों को भी शामिल किया गया है। बैठक में सहकार भारती के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. लक्ष्मी कांत द्विवेदी ने सहकारिता को समाज के विभिन्न वर्गों तक प्रभावी ढंग से पहुँचाने के लिए सदस्यता अभियान, संपर्क कार्यक्रम, कार्यशालाओं और प्रशिक्षण के महत्व पर जोर दिया। इस उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए सभी संभाग प्रमुखों, जिला प्रमुखों, और प्रकोष्ठ संयोजकों को आवश्यक जिम्मेदारियाँ सौंपी गई हैं।महामंत्री करुणा निधि यादव ने बताया, “सहकारिता में पारदर्शिता का माहौल तैयार करना और इसे समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुँचाना हमारा प्रमुख कार्य है। बेरोजगारी उन्मूलन में सहकारिता की भूमिका को मजबूत बनाने के लिए छत्तीसगढ़ में एक बेहतर सहकारी वातावरण बनाना हमारी प्राथमिकता है।”

इस बैठक में यह भी घोषणा की गई कि आगामी 25 से 30 नवंबर को दिल्ली में अंतरराष्ट्रीय सहकारिता सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा, जिसमें 103 देशों के प्रतिनिधि भाग लेंगे। सहकार भारती छत्तीसगढ़ से भी अधिक से अधिक सदस्यों को इसमें शामिल होने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।बैठक में सभी प्रतिनिधियों ने प्रांतीय संगठन प्रमुख हेमंत पांडे द्वारा प्रस्तुत सहकार भारती संगठन की योजना की विधिवत जानकारी प्राप्त की। अंत में, उद्योगपति रतन टाटा और स्वामी शास्कानंद जी के निधन पर दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। बैठक में प्राथमिक सहकारी साख समिति के सदस्यों ने अपनी समस्याओं का जिक्र किया, जिसे प्रदेश अध्यक्ष डॉ. द्विवेदी ने सहकारिता मंत्री केदार कश्यप तक पहुँचाने का आश्वासन दिया।

इस अवसर पर विभिन्न जिलों से आए प्रतिनिधियों ने सहकारिता की दिशा में एकजुटता और सहकारिता संगठन के उद्देश्यों के प्रति अपने समर्थन को पुनः दोहराया।