रायपुर। कमल विहार में लाखों रुपये की नकदी की लूट की घटना ने एक नया मोड़ ले लिया है। जांच में यह सामने आया है कि यह लूट की पूरी कहानी मनोज कुमार ध्रुव जो कि एक सुपरवाइजर है, ने खुद ही रची थी। मामले का खुलासा करते हुए पुलिस ने बताया कि मनोज कुमार ध्रुव 32 वर्ष निवासी ग्राम नागझर गरियाबंद ने थाना मुजगहन में शिकायत दर्ज कराई थी कि वह अपने ऑफिस में रखी लगभग 15 से 20 लाख रुपये की नकदी लेकर जा रहा था, तभी दो अज्ञात मोटरसाइकिल सवारों ने उसे लूट लिया। मनोज का दावा था कि उसे लूट के दौरान अपने मोबाइल फोन के साथ बैग भी छिन लिया गया था।
पुलिस ने वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में एंटी क्राइम और साइबर यूनिट के साथ मिलकर जांच शुरू की। जांच के दौरान मनोज बार-बार अपना बयान बदल रहा था, जिससे पुलिस को शक हुआ। इसके बाद पुलिस ने घटनास्थल का दृश्य फिर से तैयार किया और मनोज से कड़ी पूछताछ की। अंततः, उसने अपने दोस्त योगेंद्र कुमार भारती उर्फ बबलू के साथ मिलकर इस लूट की झूठी कहानी रचने की बात स्वीकार की।
पूछताछ में आरोपी मनोज ने बताया कि उसने अपने दोस्त योगेंद्र कुमार भारती उर्फ बबलू 27 वर्ष निवासी ग्राम चोरहाडीह थाना आरंग से व्यापार में नुकसान के कारण पैसे की आवश्यकता की बात सुनकर इस योजना को अंजाम देने का निर्णय लिया। योजना के अनुसार, उसने अपने ऑफिस के पैसे को अपने घर से दोपहिया वाहन में रखकर निकला और घटना स्थल पर योगेंद्र को बुलाकर बैग और मोबाइल फोन उसे दे दिया। इसके बाद उसने झूठी लूट की शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 18,54,000 रुपये, चार मोबाइल फोन और एक दोपहिया वाहन बरामद किया। मनोज के खिलाफ झूठी रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए अलग से प्राथमिकी भी दर्ज की गई है। पुलिस अब इस मामले की और गहराई से जांच कर रही है।
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