बालको की परियोजनाओं से लड़कियां बन रही हैं सशक्त

0.वेदांता स्किल स्कूल से रोजगारपरक कौशल और स्वावलंबन

कोरबा, 12 अक्टूबर (वेदांत समाचार)। नवरात्रि के अवसर पर बालको ने स्थानीय समुदाय की लड़कियों को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने के लिए उल्लेखनीय पहल की हैं। कंपनी की विभिन्न परियोजनाएं लड़कियों के स्वास्थ्य, शिक्षा, स्वावलंबन, पोषण और मार्गदर्शन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।

महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के सहयोग से अनिल अग्रवाल फाउंडेशन द्वारा संचालित नंद घर अत्याधुनिक आंगनवाड़ी मॉडल है, जो ई-लर्निंग से सुसज्जित है। बालको द्वारा संचालित 33 नंद घर में 50 प्रतिशत से अधिक 423 बच्चियां बेहतर शिक्षा एवं पोषण प्राप्त कर रही हैं।

वर्ष 2016 में शुरू की गई परियोजना कनेक्ट के माध्यम से सेमा (विज्ञान, अंग्रेजी, गणित और लेखा) विषयों पर नियमित कक्षाओं से छात्राएं लाभान्वित हुई हैं। इस परियोजना में कला, शिल्प, नृत्य, संगीत, कैलीग्राफी, स्पोकेन इंग्लिश, मिट्टी के बर्तन, योग और एरोबिक्स आदि का ज्ञान दिया जाता है।

कंपनी ने समुदाय में नयी किरण परियोजना के अंतर्गत माहवारी स्वास्थ्य एवं स्वच्छता प्रबंधन पर जागरूकता अभियान चलाया। माहवारी संबंधी मिथकों और भ्रांतियों को दूर करते हुए स्वच्छता प्रथाओं को विकसित किया है।

वेदांता स्किल स्कूल के माध्यम से बालको ने 2010 में रोजगारपरक कौशल से स्वावंलबी बनाने के उद्देश्य से काम किया। वित्तीय वर्ष 2024 में 1241 प्रशिक्षार्थियों को कार्यक्रम से लाभ हुआ, जिनमें 72% छात्राएं थीं।

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