महोबा: कहने को तो हम आज विकाससील भारत में रहते हैं, लेकिन आज भी देश में आज भी जात-पात का भेदभाव अभी भी व्याप्त है। ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश के महोबा से सामने आया है, जहां दबंगों ने एक महिला को सरपंच को इसलिए कुर्सी से उतार दिया क्योंकि वो दलित थी। हैरानी की बात ये है कि दबंगों ने महिला से यह कहकर कुर्सी से उतार दिया कि कुर्सी में बैठने की तुम्हारी औकात नहीं। इस दौरान दबंगों ने जातिसूचक शब्द भी कहे। हालांकि इस मामले को लेकर मचे बवाल के बाद पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
मिली जानकारी के अनुसार मामला महोबा जिले के कबरई ब्लॉक के नथुपूरा गांव का है, जहां बीते दिनों हुए पंचायत चुनाव में महिला सरपंच सविता देवी का चुनाव किया गया है। आज सविता देवी और पंचायत प्रतिनिधियों की गांव के विकास को लेकर अधिकारियों के साथ ऑनलाइन मीटिंग थी। लेकिन मीटिंग के दौरान गांव के कुछ दबंग वहां आ पहुंचे और जाति सूचक शब्द कहते हुए प्रधान सविता देवी को कुर्सी से उतार दिया।
बताया जा रहा है कि इस घटना की खबर पूरे गांव में तनाव का महौल बना हुआ है। हालांकि पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, पीड़िता सरपंच के पति ने कहा है कि गांव में ऐसा भेदभाव उन्हें अंदर से परेशान कर रहा है कि आजादी के इतने साल बाद भी उन्हें समाज में कुर्सी पर बैठने का अधिकार नहीं है।
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