जांजगीर-चांपा, 05 अक्टूबर (वेदांत समाचार) जिले के नैला में स्थित श्री श्री दुर्गोत्सव सेवा समिति द्वारा आयोजित दुर्गा पूजा में इस बार थाईलैंड के अरुण देव मंदिर की झलक दिखाई दे रही है। यहां 150 फीट ऊंचा और 160 फीट चौड़ा विशाल पंडाल बनाया गया है, जो अरुण देव मंदिर की प्रतिबिंब नजर आ रहा है।
यहाँ मुख्य आकर्षण का केंद्र मां दुर्गा कीप्रतिमा स्थापित है जो 150 फीट ऊंचा और 160 फीट चौड़ा विशाल पंडाल, अरुण देव मंदिर की प्रतिबिंब दिखाई देता है I जो 35 फीट ऊंची मां दुर्गा की प्रतिमा, पांच शेरों वाले रथ पर सवार, हीरे मोती से सुसज्जित है Iदुबई के प्रसिद्ध बुर्ज खलीफा की लाईटिंग रात में विशेष आकर्षण का केंद्र बना हुआ है Iसोने-चांदी व हीरे मोती जड़ित प्रतिमाएं है Iफूलों की घाटी और थर्माकोल कलाकार द्वारा आकर्षक सजावट की गई है I
दुर्गोत्सव की विशेषता
- श्री श्री दुर्गोत्सव सेवा समिति नैला द्वारा आयोजित
- 41वां वर्ष, हर बार नई तर्ज पर पंडाल व प्रतिमाएं स्थापित
- दुर्गोत्सव की ख्याति प्रदेश से ऊपर देश स्तर पर बन चुकी है
- जिला, संभाग, प्रदेश सहित दिगर राज्यों से लोगों को आकर्षित कर रहा है
पंडाल की विशेषता
- बंगाल के 40 कारीगरों द्वारा बनाया गया
- डेढ़ माह में तैयार हुआ
- माता की 35 फीट ऊंची प्रतिमा भटगांव के मूर्तिकार द्वारा तैयार
आयोजन की महत्ता
- दुर्गा पूजा के अवसर पर लोगों की भीड़ लगनी शुरू हो गई है
- समिति द्वारा हर वर्ष कुछ नया करने की योजना बनाई जाती है
- यह आयोजन न केवल जिला और संभाग बल्कि प्रदेश सहित दिगर राज्यों से भी लोगों को आकर्षित कर रहा है
डेढ़ माह में तैयार हुआ पंडाल
श्री श्री दुर्गोत्सव सेवा समिति नैला के अध्यक्ष राजेश पालीवाल बताते हैं कि, समिति द्वारा हर वर्ष कुछ नया करने की योजना बनाई जाती है। इस बार थाईलैण्ड के विश्व प्रसिद्ध अरुण देव मंदिर की तर्ज पर पंडाल बनाया गया है। इसे बंगाल के 40 कारीगरों ने मिलकर बनाया है। बनाने में डेढ़ माह का समय लगा है। माता की 35 फीट ऊंची प्रतिमा भटगांव के मूर्तिकार द्वारा तैयार की गई है। उन्होंने बताया कि इसमें छत्तीसगढ़ के सबसे बड़े फ्लावर डेकोरेटर द्वारा पंडाल के भीतर सुंदर फ्लावर वैली (फूलो की घाटी) और भारत प्रसिद्ध थर्माकोल कलाकार द्वारा आकर्षक सजावट की गई है।
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