ओटिस इंडिया ने ‘मेड टू मूव कम्युनिटीज़’ ग्लोबल चैलेंज में भारत माता हायर सेकेंडरी स्कूल के छात्रों को किया सम्मानित…


0 उनके अभिनव गतिशीलता समाधान में गो-ग्रीन का उल्लेख शामिल है।


0 इस वार्षिक वैश्विक प्रतियोगिता में छात्रों ने पर्यावरण के अनुकूल और अधिक स्थायी यातायात समाधान बनाए। अगले संस्करण में, छात्र आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का उपयोग करेंगे, ताकि यातायात के और भी बेहतर और ग्रीन विकल्प विकसित किए जा सकें।


बिलासपुर, 30 सितंबर, 2024: दुनिया की प्रमुख एलीवेटर और एस्केलेटर निर्माता कंपनी, ओटिस वर्ल्डवाइड कॉर्पोरेशन (एनवाईएसई: ओटिस) की भारतीय शाखा ओटिस इंडिया ने अपने चौथे ‘मेड टू मूव कम्युनिटीज़’ ग्लोबल चैलेंज के विजेताओं की घोषणा की। इस प्रतियोगिता में छत्तीसगढ़ स्थित बिलासपुर के भारत माता हाई स्कूल के आठ प्रतिभाशाली छात्रों की टीम ने ओटिस इंडिया का प्रतिनिधित्व करते हुए जीत हासिल की। ओटिस इंडिया के विशेषज्ञ मेंटर्स की देखरेख में, इन छात्रों ने ‘गो-ग्रीन’ नामक एक अभिनव समाधान प्रस्तुत किया, जिसका उद्देश्य हरे-भरे क्षेत्रों का विस्तार करना और स्वस्थ जीवनशैली को बढ़ावा देना है। उनका यह प्रपोजल विज्ञान, टेक्‍नोलॉजी, इंजीनियरिंग और गणित (एसटीईएम) पर आधारित था, जिसमें उन्होंने यातायात का एक अनोखा और पर्यावरण के अनुकूल समाधान पेश किया।


विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए, ओटिस इंडिया के प्रेसिडेंट श्री सेबी जोसेफ ने कहा, “हम आज इन आठ प्रतिभाशाली छात्रों की कड़ी मेहनत और योगदान का सम्मान कर रहे हैं। इन छात्रों ने सामाजिक भलाई और एसटीईएम शिक्षा के प्रति अपने जुनून के साथ मिलकर काम किया। उनका इनोवेटिव समाधान न केवल हरित क्षेत्रों की पहुंच को बेहतर बनाने में मदद करता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि नवाचार की शक्ति किस तरह से जीवन बदल सकती है और बेहतर भविष्य का निर्माण कर सकती है। आप सभी इस सम्मान के योग्य हैं। आपको ढेर सारी बधाई और यातायात की समस्याओं को हल करने के आपके प्रयासों के लिए धन्यवाद।”
इतना ही नहीं, ओटिस ने अपने वार्षिक वैश्विक मेड टू मूव कम्‍युनिटीज़ चैलेंज के पाँचवे संस्‍करण की घोषणा भी की, जिसका थीम है ‘एआई के इस्‍तेमाल से शहरी यातायात के समाधानों का विकास’।
ओटिस की वार्षिक ‘मेड टू मूव कम्‍युनिटीज़ ग्‍लोबल स्‍टूडेंट कॉम्पिटीशन’ ने 2020 से अब तक 750 छात्रों और ओटिस के सैकड़ों कर्मचारियों को जोड़ा है। इसका मकसद शहरी यातायात की समस्याओं का हल खोजना और छात्रों में एसटीईएम (साइंस, टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग और मैथ्स) की पढ़ाई में दिलचस्पी पैदा करना है। इस प्रतियोगिता में भाग लेने वाले स्कूलों को ओटिस से अब तक लगभग 1 मिलियन अमेरिकी डॉलर का अनुदान मिल चुका है, ताकि वे अपने स्कूलों में एसटीईएम प्रोग्राम्स को आगे बढ़ा सकें। पहले इस प्रतियोगिता में क्षेत्रीय आधार पर प्रतिस्पर्धा होती थी और ओटिस के चार क्षेत्रों (एशिया पैसिफिक, चीन, अमेरिकास और यूरोप, मध्य पूर्व एवं अफ्रीका) में से हर एक से एक विजेता टीम चुनी जाती थी। इस साल पहली बार सभी क्षेत्रीय विजेता टीमें फाइनल राउंड में एक-दूसरे से मुकाबला करेंगी, और एक टीम को ग्लोबल चैम्पियन का खिताब मिलेगा। विजेता टीम को अपने स्कूल के लिए अतिरिक्त अनुदान भी दिया जाएगा।
मेड टू मूव कम्‍युनिटीज़ और इस साल के चैलेंज के बारे में ज्‍यादा जानने के लिये यह वीडियो देखिये: https://youtu.be/c1FwYeGhLp4
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