भोपाल 24 सितंबर (वेदांत समाचार)। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के विजन अनुरूप प्रदेश में दुग्ध उत्पादकों की उन्नति, आय में वृद्धि, प्रदेश में नई श्वेत क्रान्ति लाने, उच्च नस्ल के पशुओं की उपलब्धता बढ़ाने, दुग्ध उत्पादन की लाभप्रदता की वृद्धि, डेयरी टेक्नोलॉजी उच्च कौशल प्राप्त मानव संसाधनों की उपलब्धता और डेयरी टेक्नोलॉजी में आधुनिकता लाने के लिये शोध कार्य को बढ़ावा देने के लिये उज्जैन में प्रदेश का पहला डेयरी टेक्नोलॉजी कॉलेज स्थापित किये जाने के प्रस्ताव का सर्व-सम्मति से अनुमोदन दुग्ध संघ की वार्षिक साधारण सभा में किया गया।
प्रत्येक ग्राम पंचायत स्तर पर दुग्ध सहकारी समिति स्थापित की जायेगी
मुख्यमंत्री डॉ. यादव की दूरदर्शी योजना के तहत डेयरी उत्पादन में आधुनिक तकनीक का प्रयोग, मशीनीकरण व उच्च स्तरीय मानव संसाधन प्रबंधन किया जा रहा है। दुग्ध संघ समितियों एवं दुग्ध उत्पादक किसानों के कल्याण, आय में वृद्धि, दुग्ध उत्पादन बढ़ाने, दुग्ध संकलन को दोगुना करना, प्रत्येक ग्राम पंचायत स्तर पर दुग्ध सहकारी समिति स्थापित करने के लिये राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी) और मध्यप्रदेश दुग्ध फेडरेशन के समझौते का उज्जैन दुग्ध संघ द्वारा बहुमत से प्रस्ताव पारित कर अनुमोदन किया गया।
उज्जैन दुग्ध संघ की 43वीं वार्षिक साधारण सभा में दुग्ध समितियों एवं दुग्ध उत्पादकों की प्रमुख मांग दूध के प्रति किलो फैट के भाव में वृद्धि किये जाने की मांग को पूरा करते हुए 20 रुपये प्रति किलो फैट की वृद्धि की गई। वृद्धि के बाद नये भाव 740 रुपये प्रति किलो फैट होंगे।
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