कोरबा 24 सितंबर (वेदांत समाचार)l सामाजिक कार्यकर्ता विनोद सिन्हा ने जारी एक बयान में बताया कि जिला खनिज विभाग द्वारा कांग्रेस शासन में राजस्व की भारी भ्रष्टाचार होने पर ED संबंधित विभागों द्वारा छापामार कार्रवाई की गई थी सरकार बदलने के बाद ऐसा लग रहा था कि जिला खनिज विभाग के अधिकारी भ्रष्टाचारियों से अपने आप को अलग कर नई सरकार को भरपूर राजस्व की वसूली करेंगे तथा भ्रष्टाचार पर रोक व बिचौलियों की तार खत्म हो जाएगी लेकिन ऐसा नहीं हुआl
सिन्हा ने आगे बताया कि पूर्व कांग्रेस शासन में राजधानी से कोरबा तक बिचौलियों की लिंक बनाई गई थी जो प्रतिदिन करोड़ों रुपया हर जिले से राजधानी भेजी जा रही थी छापामारी के बाद कुछ दिनों तक लगाम रहा फिर वही स्थिति जारी रही सत्ता परिवर्तन होते ही ऐसा लगा की खनिज विभाग द्वारा पारदर्शिता ला कर वसूली शासन के खाते में जमा होंगे लेकिन खनिज विभाग के अधिकारियों ने भ्रष्टाचार का एक नया तरीका अपनाया हैl
पूर्ववर्ती सरकार स्वयं के बिचौलिए बहाल किए थे वही वर्तमान समय में बिचौलियों के स्थान पर सफेदपोस व शिकायत उजागर करने वालों को भ्रष्टाचार से प्राप्त धनराशि का बटवारा कर रहे हैं जिससे प्रतिदिन लाखों रुपए राजस्व की हानि केवल कोरबा में हो रही है कोरबा का कोई भी रेत घाट ऐसा न हो जहां रात भर अवैध रेत का कारोबार न चलता हो l
सिन्हा ने आगे बताया कि शहर में सफेदपोश खनिज विभाग के चांदी के जूते से खुश हैं तो उनके नज़रों में कोरबा जिले में रेत का कोई भी भ्रष्टाचार नजर नहीं आ रहा है *उदाहरण के तौर पर आज रात्रि सीतामढ़ी में
रेत घाट सैकड़ों ट्रैक्टर व छोटे ट्रैकों के माध्यम से चोरी का सिलसिला जारी है l
सिन्हा ने जिला प्रशासन से मांग किया है कि छत्तीसगढ़ भाजपा शासन को बदनाम करने वाले संबंधित खनिज विभाग अधिकारियों के विरुद्ध निगरानी व कड़ी कार्रवाई की जाए ताकि राजस्व की हनी वह भ्रष्टाचार पर लगाम लग सकेl
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