साफ पानी की समस्या दूर हो गई, छह साल बाद पूरी हुई शहर की जल आवर्धन योजना

शहर के लोगों को 25 साल बाद जल संयंत्र से सीधे होगी पेयजल की सप्लाई,

खैरागढ़, 11 सितंबर । शहर के लोगाें को 25 साल बाद जल आवर्धन योजना के तहत शुद्ध पेयजल नसीब होगा। शहर में छह साल से चल रही जल आवर्धन योजना पूरी हो चुकी है। इसकी टेस्टिंग सहित अन्य कार्य इस माह खत्म कर लिए जाएगें। अगले अक्टूबर माह से जल आवर्धन योजना धरातल पर उतरेगी। 32 करोड़ से अधिक की लागत से छह साल पहले शहर के लोगों को शुद्ध पेयजल आपूर्ति करने योजना शुरू हुई थी। मशक्कत के बाद इसके निर्माण और अन्य कार्यो में छह साल से अधिक का समय लग गया। शहर के पूरे बीस वार्डाें में लोगों को जल आवर्धन योजना से पेयजल आपूर्ति किए जाने की तैयारी निर्माण और कार्यवाही के बाद इसके जल्द शुरू होने की उमीद बढ़ गई है। निर्माण कंपनी का कार्य लगभग पूरा हो चुका है।

80 किमी पाइपलाइन, हर घर में पहुंचेगा पानी

जल आवर्धन योजना के तहत शहर के सभी वार्डो में पाइपलाइन विस्तार कार्य साल भर पहले ही पूरा कर लिया गया था। शहर में योजना के तहत दो नई पानी टंकि ंयाें का निर्माण पिपरिया और सिविललाइन में किया गया है। शहर में बिछाए गए नई पाइपलाइन से फिलहाल नया कनेक्शन देने कोई योजना नहीं है। पुरानी पाइप लाइनें पानी टंकियों से जोड़ी गई है। नई टंकिं यों के अलावा शहर के विभिन्न वार्डाें में पहले से दस पानी टंकिंयों से पेयजल आपूर्ति की जा रही है। सभी टंकियों की कनेक्टिंग कार्यवाही पूरी हो चुकी है। पाइपलाइन की टेस्टिंंग साल भर पहले ही पूरी की जा चुकी है। ऐसे में जल संयंत्र में टेस्टिंग कार्य अंतिम चरण में है। अगले माह योजना का विधिवत लोकार्पण कराए जाने की तैयारी है।

एनीकट से मिलेगा संयंत्र को पानी, टेस्टिंग सफल

गंजीपारा में पुराने संयंत्र के पास ही नया वाटर ट्रीटमेंट प्लांट तैयार किया गया है। इसको रोजाना पानी की उपलब्धता के लिए पहले रश्मिदेवी जलाशय से पाइपलाइन से पानी पहुँचाने का प्लान बनाया गया । इसमें व्यवस्था गडबड़ाने के बाद गंजीपारा के एनीकट की ऊंचाई बढ़ाकर वहाँ से पानी आपूर्ति की तैयारी की गई। एनीकट की ऊंचाई बढ़ने से नए जल संयंत्र को रोजाना शहर की क्षमता के मुताबिक पर्याप्त पानी उपलब्ध हो रहा है। इसके बाद संयंत्र की टेस्टिंग की कार्यवाही पूरी कर ली गई है। शहर की टंकियों को जोड़ा जा चुका है। इसकी कार्यवाही पिछले जुलाई में ही पूरी हो चुकी है।

अगले 25 साल तक शहर में पानी की दिक्कत नहीं:-

जल आवर्धन योजना शहर में अगले 25 साल तक बढ़ने वाली आबादी के हिसाब से तैयार की गई है। योजना से रोजाना 6 एमएलडी पानी की सप्लाई की जा सकती है। शहर के ऐसे इलाके जहाँ बसाहटें कम है, वहाँ भी पाइपलाइन डाली गई है। ताकि भविष्य में इलाके की आबादी बढे़ तो पेयजल की समस्या न हो। इसके अलावा शहर के मुय मार्ग, गली, वार्डो के रास्तों, गलियों तक पाइपलाइन पहुँचाई गई है। अगले माह से योजना धरातल पर उतरेगी। इसके बाद लोगो को बोर से सप्लाई की परेशानी खत्म होगी। फिलहाल बोर खराब होने के चलते कई वार्डों में पेयजल की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। व्यवस्था बनाने टैंकरों से सप्लाई होती है।

लंबे समय तक इंतजार करना पड़ गया

खैरागढ़ शहर में 25 साल पहले लोगो को पेयजल के लिए शुद्ध जल उपलब्ध कराने जल संयंत्र की व्यवस्था थी। शहर की आबादी बढ़ने के साथ साथ क्षमता नहीं बढ़ने के चलते शहर के गंजीपारा वार्ड स्थित जलसंयंत्र बंद कर दिया गया। वार्डो में बोर खनन कर शहर के लोगों को पेयजल आपूर्ति शुरू कर दी गई। समय के साथ लगातार बोर से आपूर्ति किए जाने के चलते फिलहाल शहर में 22 से अधिक बोर का संचालन नगरपालिका द्वारा किया जा रहा है जिससे ही पेयजल आपूर्ति हो रही है। छह साल पहले 2018 में तत्कालीन रमनसिंह सरकार ने शहर में जल आवर्धन योजना की स्वीकृति दी थी। जल संयंत्र की स्थापना, पानी टंकी निर्माण सहित पाइपलाइन विस्तार के कार्यो में रूकावटों के चलते निर्माण कार्य समय पर पूरा नही हो पाया।


पानी की टेंस्टिंग सहित सप्लाई की व्यवस्था की जांच जारी है। योजना का क्रियान्वयन लगभग पूरा हो चुका है। जल्द ही योजना का लाभ शहर को मिलेगा।

प्रमोद शुक्ला, सीएमओ नगरपालिका खैरागढ़

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जल आवर्धन योजना पूरी की जा चुकी है। शहर के सभी दस पानी टंकिं यों को कनेक्ट कर प्लांट को शुरू कर दिया गया है। रोजाना वाटर ट्रीटमेंट प्रोसेस कार्य जारी है। जुलाई से ही ट्रायल कर रहे है।

राहुल द्विवेदी, प्रबंधक निर्माण कंपनी


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