जल जीवन मिशन में विभागीय अनदेखी, अमले की कमी से योजना खतरे में…कोरबा में सब इंजीनियर को SDO का प्रभार, 300 करोड़ से अधिक के कार्यों की गुणवत्ता पर सवाल

कोरबा, 8 सितंबर (वेदांत सामाचार)। छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में जल जीवन मिशन की योजना विभागीय अनदेखी और अमले की कमी के कारण खतरे में पड़ गई है। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग (पीएचई) में उप अभियंता (सब इंजीनियर) के 12 पद स्वीकृत हैं, लेकिन महज 3 सब इंजीनियर ही रह गए हैं।

सब इंजीनियर अभिषेक विश्वकर्मा को एसडीओ का प्रभार

कटघोरा ब्लॉक में मल्टीविलेज स्कीम समेत 300 करोड़ से अधिक के योजना की प्रगति गुणवत्ता और पारदर्शिता पर सवाल उठ रहे हैं। सब इंजीनियर अभिषेक विश्वकर्मा को एसडीओ का प्रभार दिया गया है, जो अपने ही मूल्यांकित कार्यों का स्वयं सत्यापन करेंगे।

ईई अनिल कुमार बच्चन का बयान

ईई अनिल कुमार बच्चन ने बताया कि एसडीओ बी .पी.चतुर्वेदानी आंखों का ऑपरेशन करवाकर आए हैं और उन्होंने लिखित में एसडीओ का प्रभार लेने में अक्षमता जताई। इस वजह से सब इंजीनियर को अतिरिक्त प्रभार दिया गया है।

जल जीवन मिशन की योजना मार्च 2025 तक पूर्ण करने का लक्ष्य

जल जीवन मिशन की योजना मार्च 2025 तक पूर्ण करने का लक्ष्य है। लेकिन विभागीय अनदेखी और अमले की कमी के कारण यह योजना खतरे में पड़ गई है।