BJP सदस्यता अभियान : 3 सितंबर से शुरू होगा अभियान, अभियान में प्रदेश भाजपा के पहले सदस्य बनेंगे मुख्यमंत्री साय, 50 लाख सदस्य बनाने का लक्ष्य

रायपुर, 27 अगस्त (वेदांत समाचार)। छत्तीसगढ़ में भाजपा का सदस्यता अभियान तीन सितंबर से शुरु होने जा रहा है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को छत्तीसगढ़ भाजपा का पहला सदस्य बनाएंगे। इसके बाद छह सितंबर से सभी बूथों में विधिवत सदस्यता अभियान शुरू हो जाएगा।

बताया गया है कि 15 अक्टूबर तक चलने वाले इस अभियान के तहत भाजपा ने लगभग पचास लाख सदस्य बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। सदस्यता अभियान के लिए वार रुम गठित ​किया जा चुका है। इसके साथ ही प्रदेश में पांच अलग-अलग कमेटी गठित की जा रही है जो इस अभियान में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

प्रदेश से लेकर मंडल तक सभी जगह ट्रेनिंग की कार्यशाला

सदस्यता अभियान के लिए प्रदेश से लेकर मंडल स्तर पत ट्रेनिंग के लिए कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। इसके तहत यह बताया जा रहा है कि नया सदस्य बनाते समय किन-किन बातों का ध्यान रखा जाना है। वहीं सदस्यता बनाते समय लोगों को भाजपा की रीति-नीति भी बतानी होगी।

टॉल फ्री नंबर पर दे सकेंगे मिस्ड कॉल

छत्तीसगढ़ में सदस्यता अभियान के संयोजक अनुराग सिंहदेव ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के भाजपा के पहले सदस्य बनने के साथ ही मिस्ड कॉल के लिए टोल फ्री नंबर जारी किया जाएगा। इस नंबर पर कोई भी व्यक्ति मिस्ड कॉल देकर सदस्य बन सकता है। मिस्ड कॉल के आधार पर डिटेल निकालकर सदस्यता के लिए बनाए गए फार्मेट में इसे मेनुअली भरना होगा।

वार रूम से होगी मॉनिटरिंग

कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में सदस्यता अभियान की मॉनिटरिंग के लिए वार रूम की शुरुआत की गई है। इसके माध्यम से सदस्यता अभियान की तैयारी को लेकर बनाई गई रणनीति पर नजर रखी जाएगी। इससे रोजाना प्रदेश से लेकर बूथ स्तर तक की जानकारी प्राप्त की जा सकेगी।

सांसद-विधायक सबको दिया गया टारगेट

सदस्य बनाने के लिए सांसद-विधायकों को भी जिम्मेदारी सौंपी गई है। बताया गया है कि प्रत्येक सांसद को 20-20 हजार, विधायकों को 10-10 हजार सदस्य बनाने होंगे। जबकि प्रत्येक बूथ में 200 नए सदस्य बनाने का टारगेट दिया गया है। वहीं प्रत्येक कार्यकर्ता के जिम्मे 50 सदस्य बनाने की जिम्मेदारी होगी। सदस्यता अभियान के लिए बूथ स्तर पर 31 अगस्त तक बैठक करने के निर्देश दिए गए हैं। इसी तरह हर लोकसभा में 100 विशिष्ट लोगों को सदस्य बनाना है। इसी तरह अटल जी के जन्म शताब्दी वर्ष के तहत 20 सदस्य बनाए जाएंगे।

[metaslider id="122584"]
[metaslider id="347522"]