वन विभाग के दैनिक वेतन भोगी, वन कर्मचारियों का हड़ताल का आज तीसरा दिन है, छत्तीसगढ़ दैनिक वेतन भोगी वन कर्मचारी संघ 09 सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चित कालीन हड़ताल में बैठे हुए है!
छत्तीसगढ़ के सभी जिला के कोने कोने से दैनिक वेतन भोगी, वाहन चालक, कम्प्युटर आपरेटर, कार्यालय सहायक, दैनिक श्रमिक, सुरक्षा श्रमिक, तेन्दुपत्ता गोदाम सुरक्षा श्रमिक लोग हड़ताल में सामिल होने तुता धरना स्थल में पहुंचे हुए है! हड़ताल में आज लगभग 5,000 हजार दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी की जन संख्या रही, दैनिक वेतन भोगी उपस्थित हो रहे है, कल से दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी क्रमिक भूख हड़ताल में बैंठेंगें आज एसडीएम को मुख्य मंत्री, उप मुख्य मंत्री, वन मंत्री, वित्त मंत्री के नाम से ग्यापन सौंपा गया है!
नियमितीकरण, स्थायीकरण, कार्यभारित आकस्मिकता सेवा नियम सेवा लागु करने ,वेतन विसंगती, कार्य से पृथकीकरण, लंबित वेतन भुगतान महासमुंद वन मंडल में 82 लोगों के लिये स्वीकृति प्रदान न कर भुगतान नही करना सहित अन्य मांगो को लेकर अनिश्चित कालीन हड़ताल में बैंठे हुए है!
दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों ने ठान लिया है कि जब हमारे वन मंत्री हमारे भविष्य के सांथ न्याय नही करेगा तो हड़ताल से उठने वाले नही है,बस्तर क्षेत्र से आये हजारो दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों नेे बताया की हमारे वन मंत्री बहुत अच्छे आदमी है, हमारे भविष्य के बारे में अच्छे और उचित निर्णय लेंगें हम लोगो को पुरा भरोसा है कि नियमितीकरण, स्थायीकरण, या आकस्मिक्ता कार्यभारित सेवा नियम जरूर लागु करेंगें! हमारे वन, मंत्री जी हमेंशा बस्तर के विकास के लिये तत्पर रहे है और हम बस्तरिया लोगों के लिये कुछ न कुछ जरूर फैसला लेंगे।
श्रीमति प्रियंका शुक्ला, कृष्णा देवांगन, चमरूराम गुरूवर, गीरधर जैन, दीपक नाग, अजय यादव, श्यामली कर्मकार, देवदास भार्ती केदार कोर्राम सहित हजारो बस्तरिया दैनिक वेतन भोगी ने हड़ताल में सामिल हुए है!
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