पेरिस ओलंपिक में 25 मीटर स्पोर्ट्स पिस्टल स्पर्धा में अपनी लाडली बेटी मनु के पदक से चूकने का उसके माता-पिता को मलाल तो रहा पर साथ ही यह भी कहा कि एक साथ दो पदक जीतना भी ऐतिहासिक उपलब्धि है। हमारी बेटी ने देश का मस्तक गर्व से ऊंचा कर दिया है। अब तो उस पल का इंतजार है जब बेटी वापस लौटेगी और उसका हम सब भव्य स्वागत करेंगे।
हमेशा की तरह इस बार भी मनु के माता-पिता ने मैच नहीं देखा। मैच के परिणाम के बाद बातचीत करते हुए मां सुमेधा ने कहा कि वह तीसरा पदक भी जीतती तो निश्चित रूप से सोने पर सुहागा हो जाता। जब उनसे यह पूछा गया कि वह मनु का स्वागत किस तरह से करेंगे तो उन्होंने कहा कि हम तो पलकें बिछाए हुए हैं, स्वागत कैसा होगा यह अभी नहीं बताएंगे, पर जोरदार होगा।
रविवार को होने वाले क्लोजिंग सेरेमनी के लिए वापस पेरिस लौट जाएंगी
मनु का दिल्ली एयरपोर्ट (इंदिरा गांधी इंटरनेशनल दिल्ली एयरपोर्ट) पर स्वागत होगा। मनु इंदिरा गांधी इंटरनलेशनल एयरपोर्ट पहुंचने के बाद VIP गेट -3 से निकलेंगी। उसके बाद वे खेल मंत्रालय जाएंगी।मनु ने विमेंस इंडिविजुअल 10 मीटर एयर पिस्टल में और मिक्स्ड इवेंट में सरबजोत सिंह के साथ मिलकर ब्रॉन्ज जीते थे। वे एक ही ओलिंपिक में दो पदक जीतने वाली पहली भारतीय हैं। मनु पेरिस ओलिंपिक की क्लोजिंग सेरेमनी में भारत की ध्वजवाहक होंगी। मनु रविवार को होने वाले क्लोजिंग सेरेमनी के लिए वापस पेरिस लौट जाएंगी।
‘आलू के पराठे खिलाऊंगी’
सेवानिवृत्त लेक्चरार सुमेधा ने आगे कहा कि सबसे पहले तो उसके आने पर बेटी की पसंदीदा आलू के पराठे बनाकर खिलाऊंगी, क्योंकि बेटी वहां अपनी पसंद के भोजन को तरस गई। मां सुमेधा ने कहा कि अब मनु के अन्य शौक भी पूरा करने का प्रयास करेंगी, इसमें स्पोर्ट्स कार और बाइक शामिल हैं। जो मांगेगी उसे लेकर दूंगी।
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