मुंशी प्रेमचंद का विश्व साहित्य में महत्वपूर्ण योगदान, स्कूल में जयंती पर कार्यक्रम आयोजित

कोरबा, 31 जुलाई। उपन्यास और कहानियों के सम्राट मुंशी प्रेमचंद की 144 जयंती पर आज पुरानी बस्ती स्कूल में एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें प्रेमचंद की कहानी ईदगाह और दूसरी कालजई कहानी पंच परमेश्वर पर विस्तार से अतिथियों द्वारा प्रकाश डाला गया । स्कूल में छात्र-छात्राओं से संवाद किया गया।

प्रगतिशील लेखक संघ के तत्वावधान में संपन्न हुए इस कार्यक्रम में संघ के संरक्षक शिव शंकर अग्रवाल, प्रलेस के अध्यक्ष सुरेशचंद्र रोहरा, सनंददास दीवान, कमल सर विद्या ने शिरकत की। अध्यक्ष श्री रोहरा ने ईदगाह कहानी के संदर्भ में बच्चों को बताया प्रेमचंद की यह कहानी विश्व साहित्य में महत्वपूर्ण है। जिसका अनुवाद लगभग 20 भाषाओं में हो चुका है। 100 साल पुरानी कहानी एक ऐसा संदेश देती है जिससे जाने कितने लोगों ने सीख ली और जीवन बदल गया। स्कूल के प्राचार्य श्री जेपी कोसले ने इस अवसर पर संबोधित करते हुए कहा कि मुंशी प्रेमचंद की जयंती पर आज के कार्यक्रम से छात्र छात्राओं को बहुत कुछ सीखने को मिलेगा।

प्रेमचंद की कहानियों में जो आदर्शवाद आता है वह नौनिहालों की जिंदगी को बदलने की ताकत रखता है। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सनंद दास दीवान पूर्व एल्डरमैन ने कहा स्कूलों में प्रेमचंद को अब नहीं पढ़ाया जाता मगर उनकी कहानी साहित्य अमर है। इस अवसर पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को समर्पित गांधीश्वर पत्रिका का विमोचन किया गया जिसमें मुंशी प्रेमचंद की कहानी ईदगाह , पंच परमेश्वर समाहित की गई है। अंतिम में मुंशी प्रेमचन्द जी के साहित्यिक पत्रिका मां,शा, पुरानी बस्ती कोरबा में कार्यक्रम में कु मानसी आठवीं कु, संध्या यादव कक्षा सातवीं कु, नंदनी सागर छठवीं व अन्य बच्चों को को पत्रिकाएं प्रदान की गई।

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