रायपुर, 04 जुलाई। आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो के ढाई हजार करोड़ के आबकारी घोटाले में महत्वपूर्ण साक्ष्य हाथ लगे हैं। प्रकरण में मुख्य आरोपी अनवर ढेबर के धनेली स्थित परिसर में डुप्लीकेट होलोग्राम की कई रोल अधजले हालत में ब्यूरो द्वारा जप्त किये गये हैं। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2019 से 2022 तक सरकारी दुकानों से अवैध शराब डुप्लीकेट होलोग्राम लगाकर अनवर ढेबर एवं उसके सिंडीकेट द्वारा अवैध रूप से बेचकर शासन को करोड़ों की आर्थिक क्षति पहुॅचाई गई थी । उपरोक्त जमीन पर अनवर ढेबर, अरविंद सिंह एवं सिंडीकेट के अन्य व्यक्तियों द्वारा फर्जी होलोग्राम को नोएडा से लाकर भण्डारण, डिस्लरियों को वितरण, खाली शीशियों डिस्लरों को सप्लाई तथा अवैध शराब (पार्ट बी) के बिक्री से प्राप्त कमीशन का संग्रह किया जाता था। वर्ष 2022 में ई.डी. की रेड के डर से अनवर ढेबर एवं अरविन्द सिंह के कहने पर बचे हुए डुप्लीकेट होलोग्राम को नष्ट किया गया था जिसकी सूचना प्राप्त होने पर ईओडब्ल्यू की टीम ने गवाहों के समक्ष जेसीबी से छ: फीट खुदवाकर, उसकी वीडियाग्राफी कराकर विधिवत् जप्त किया गया ।
उपरोक्त परिसर को ईओडब्ल्यू द्वारा सील कर प्रकरण में डुप्लीकेट होलोग्राम भण्डारण, वितरण एवं नष्टीकरण से संबंधित अनुराग द्विवेदी, अमित सिंह, एवं दीपक दुआरी को गिरफ्तार कर आज दिनांक 04.07.2024 को न्यायालय में पेश किया गया हैं । प्रकरण में अग्रिम वैधानिक कार्यवाही जारी है ।
[metaslider id="347522"]