हाथरस. हाथरस में मची भगदड़ के बाद भोले बाबा उर्फ नारायण सरकार मैनपुरी वाले आश्रम पहुंच गया था। वह वहां करीब डेढ़ घंटे तक रूका, इसके बाद जैसे ही उसे पता चला कि भगदड़ में लोगों की मौतें हो रही है। इसके बाद वह वहां से भी भाग गया। पुलिस भोले बाबा की कॉल डिटेल से काफी कुछ जान गई है। लेकिन अब फोन स्वीच आफ आने के कारण पता नहीं चल रहा है कि अब वह कहां है।
कॉल डिटेल से हुआ ये खुलासा
भोले बाबा उर्फ नारायण सरकार मंगलवार को दोपहर करीब 1 बजकर 40 मिनट पर मौके से फरार हो गया था। उसकी कॉल डिटेल से पता चला कि उसने दोपहर करीब 2 बजकर 48 मिनट पर सत्संग के आयोजक देवप्रकाश मधुकर को फोन लगाया था। इसके बाद संभावना है कि मधुकर द्वारा भोले बाबा को गंभीर हादसे के बारे में बताया गया होगा। जिसके कारण भोले बाबा अलर्ट हो गया था। मधुकर और भोले बाबा की करीब 2 मिनट 17 सेकेंड बात हुई। इसके बाद भोले बाबा की लोकेशन दोपहर करीब 3 बजे से 4 बजकर 35 मिनट तक मैनपुरी आश्रम पर मिली। इसका मतलब है कि वह करीब एक घंटा 35 मिनट तक आश्रम पर रूका, लेकिन इसके बाद जब उसे पता चला कि मामला भारी हो गया है। तो वह वहां से भी फरार हो गया। भोले बाबा ने आश्रम में रहने के दौरान महेश चंद्र नामक व्यक्ति से करीब 3 मिनट तक बात की, फिर संजू यादव नामक शख्स से करीब 40 सेकेंड बात की। फिर रंजना नामक महिला से करीब 11 मिनट से अधिक समय तक बात की। इसके बाद बाबा का मोबाइल स्वीच आफ हो गया। अब वह कहां है इसका कोई सुराग नहीं लग पा रहा है। लेकिन पुलिस का दावा है कि वह जल्द ही भोले बाबा उर्फ नारायण सरकार को पकड़ लेगी।
भोले बाबा का असली नाम, कौन है रंजना
नारायण सरकार उर्फ भोले बाबा का असली नाम सूरजपाल सिंह है। वहीं रंजना सत्संग आयोजक देवप्रकाश की पत्नी है। संभावना है कि रंजना के फोन से देवप्रकाश ने ही बाबा से बात की हो। बाबा का फोन मंगलवार को शाम करीब 4 बजकर 35 मिनट से जो बंद हुआ है। तो अभी तक बंद ही है। बाबा की तलाश में पुलिस ने मैनपुरी आश्रम पर भी छापा मारा था। लेकिन वह वहां भी नहीं मिला। पुलिस मैनपुरी आश्रम में करीब एक घंटे तक रूकी भी थी। लेकिन कोई सुराग नहीं लग पाया। इस आश्रम में करीब 50 से अधिक महिला पुरुष थे, जो अधिकतर आश्रम में ही रहते हैं।
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