शालाओं, आंगनबाड़ी और निर्माणाधीन सड़क मार्गो का कलेक्टर ने किया आकस्मिक निरीक्षण

दंतेवाड़ा, 03 जुलाई । कलेक्टर मयंक चतुर्वेदी ने आज दन्तेवाड़ा और कुआकोण्डा क्षेत्र के शालाओं शालाओं, आंगनबाड़ी और निर्माणाधीन सड़क मार्गो का कलेक्टर ने किया औचक निरीक्षण किया गया इस दौरान चोलनार प्राथमिक व माध्यमिक शाला में निरीक्षण के दौरान बच्चों का मध्यान्ह भोजन गुणवत्ताहीन पाये जाने पर कलेक्टर ने पदस्थ प्रधान अध्यापिका पर नाराजगी व्यक्त करते हुए निलंबन की कार्यवाही किया।

उल्लेखनीय है कि जिला प्रशासन द्वारा मध्यान्ह भोजन के संबंध में मैन्यू अनुसार बच्चों को सन्तुलित भोजन परोसने के निर्देश पूर्व में ही दे दिये गये है। इसके पूर्व कलेक्टर ने ग्राम धुरली स्थित माता रूकमणि बालक आश्रम का भी निरीक्षण कर वहां की व्यवस्था का जायजा लिया। वहां संस्थान में संचालित हो रहे पहली से आठवीं कक्षां तक कक्षाओं को दसवीं से बारहवीं तक कक्षाएं संचालित करने के निर्देश जिला शिक्षा अधिकारी को दिए। इसके साथ ही स्कूली की मरम्मत योग्य कार्यों को जल्द पूर्ण करने को कहा। यहां उन्होंने 10 वीं से 12 वीं तक की शिक्षकों के वेतन के संबंध मे भी दिशा-निर्देश दिए।

इसके पश्चात कलेक्टर मुख्य मार्ग धुरली से मुंडीपारा एवं मुख्य मार्ग से मासापारा तक 4ः30 किलोमीटर निर्माणाधीन मार्ग का निरीक्षण करते हुए मार्ग से जुड़ी अन्य व्यवस्थाओं को सुनिश्चित करने के साथ ही निर्माण में किसी भी प्रकार की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होने देने का निर्देश दिया। इस निरीक्षण भ्रमण के दौरान कलेक्टर ग्राम भांसी स्थित बंगाली कैंप में डीएनके परियोजना अंतर्गत पूर्व में बनी सिंचाई योजना एवं कैनाल सिस्टम का अवलोकन भी किया और भांसी बंगाली कैंप स्थित सिंचाई परियोजना के आधार पर अन्य सिंचाई परियोजनाओं में भी प्रत्येक खेत में पानी पहुंचाने हेतु कार्ययोजना बनाने के लिए कलेक्टर के द्वारा सिंचाई विभाग को निर्देशित किया गया।

इस दौरान ग्राम भांसी बंगाली कैम्प के कृषक दोमादर मण्डल से चर्चा करते हुए कलेक्टर ने उनसे खेती करने के तरीकों के बारे जाना तो कृषक ने बताया कि उसकी भूमि पर लीची, आम, नारियल, पेड़ लगाये गये है। और केनाल सिस्टम से जुड़े हर कृषक द्वारा वर्ष में तीन फसल ली जाती है। कलेक्टर ने मौके पर उन्हें जैविक खेती हेतु प्रोत्सहित किया। इसके साथ ही सिंचाई विभाग के अधिकारियों को इस संबंध में प्राक्कलन प्रस्ताव शीघ्र प्रस्तुत करने के लिए निर्देशित किये। ज्ञात हो कि उन्होंने भांसी कैम्प में लगभग 40 परिवार केनाल सिस्टम से जुड़ कर कृषि कार्य कर रहे है। तत्पश्चात कलेक्टर द्वरा भांसी स्थित पोरोकमेली आंगनबाड़ी केन्द्र का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं की जानकारी ली।

इस मौके पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ने उन्हें बताया कि बरसात के मौसम में छत से पानी टपकने की समस्या है इसे देखते हुए कलेक्टर महिला बाल विकास अधिकारी को तत्काल मरम्मत करवाने का निर्देश देते हुए जिले भर में इस प्रकार के आंगनबाड़ी केन्द्रों में सूची बनाकर प्रस्तुत करने को कहा। इस दौरान उन्होंने बच्चों को नियमित रूप से हेल्थ जांच करने और रेडी-टू-ईट आहार देने की जानकारी चाही। मौके पर उन्होंने कहा कि प्रत्येक आंगनबाड़ी केन्द्र में नियमित रूप से अंडा बच्चो को दिया जाना सुनिश्चित करें।

स्कूल जतन योजना के तहत हो रहे निर्माण कार्यों में गुणवत्ता को सर्वोच्च प्राथमिकता देवें : कलेक्टर

इस निरीक्षण भ्रमण पश्चात कलेक्टर द्वारा कलेक्टेªट के डंकनी सभाकक्ष में स्कूल जतन योजना के तहत कार्यपालन अभियंता, प्राचार्यों निर्माण एजेंसी, ठेकेदारों की आवश्यक बैठक ली गई। बैठक में कहा कि स्कूल जतन योजना के तहत जो भी निर्माण कार्य किये जा रहे उन निर्माण कार्यो में पूर्णतः गुणवत्ता सुनिश्चित करने के अलावा समय सीमा में निर्मित होने चाहिए। इस दौरान जिला पंचायत सीईओ कुमार बिश्वरंजन, जिला शिक्षा अधिकारी एस.के अबस्ट सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।

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