पाउच, पन्नी, पालीथिन के खिलाफ जन जागरूकता,कपड़े एवं जूट के थैले के उपयोग का लिया गया संकल्प



कटघोरा,03 जुलाई 2024। शासकीय मुकुटधर पांडेय महाविद्यालय कटघोरा में 3 जुलाई को अंतर्राष्ट्रीय प्लास्टिक बैग मुक्त दिवस का आयोजन किया गया। राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवको ने महाविद्यालय परिसर में प्लास्टिक बोतल, पन्नी, पाउच, थैला को एकत्र किया एवं परिसर की सफाई की। प्लास्टिक के स्थान पर कपड़े अथवा जूट के थैले के उपयोग का संकल्प लिया गया। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में डॉ शिवदयाल पटेल कार्यक्रम अधिकारी राष्ट्रीय सेवा योजना ने कहा कि इस दिवस के आयोजन का प्रमुख उद्देश्य प्लास्टिक बैगों के उपयोग के खिलाफ सामाजिक जागरूकता बढ़ाना और पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देना है. यह एक ग्लोबल पहल है जो प्लास्टिक प्रदूषण को कम करने के लिए लोगों को जागरूक करती है। प्लास्टिक से इतना ज्यादा प्रदूषण फैल चुका है कि मिट्टी अपनी उर्वरा शक्ति खोती जा रही हैं। नदिया नाला बन चुकी और विलुप्त होने कगार पर है। प्लास्टिक की उत्पत्ति और उसके प्रयोग से उच्च कार्बन उत्सर्जन होता है, जो जलवायु परिवर्तन को बढ़ावा देता है। अंतर्राष्ट्रीय प्लास्टिक बैग मुक्त दिवस एक महत्वपूर्ण अवसर है जब हम सभी मिलकर पर्यावरण संरक्षण में अपना योगदान दे सकते हैं और प्लास्टिक प्रदूषण को कम करने के लिए एक सकारात्मक कदम उठा सकते हैं। वरिष्ठ प्राध्यापक इतिहास विभाग के अध्यक्ष डॉ पूनम ओझा ने अपने उद्बोधन में कहा कि अंतर्राष्ट्रीय प्लास्टिक बैग मुक्त दिवस का आयोजन पहली बार 2009 में किया गया था, इसका मुख्य उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण के लिए जागरूकता फैलाना है, विशेष रूप से प्लास्टिक बैगों के उपयोग को रोकने की एक पहल है। स्पोर्ट्स ऑफिसर राजकुमारी मरकाम ने कहा कि इस दिन को मनाने से लोगों में जागरूकता बढ़ती है और वे इसके नकारात्मक प्रभावों को समझते हैं। प्लास्टिक बैगों का उपयोग कम करने से पर्यावरण संरक्षण में सकारात्मक परिणाम देखने की संभावना होती है जैसे कि समुद्रों में प्लास्टिक की मात्रा कम होना। प्रतिमा कंवर कार्यक्रम अधिकारी राष्ट्रीय सेवा योजना महिला इकाई ने कहा कि हम सभी मिलकर प्रदूषण रहित पर्यावरण की ओर कदम बढ़ा सकते हैं और अपनी पूरी तरह से प्लास्टिक बैगों के उपयोग को कम करने के लिए प्रेरित कर सकते हैं स्थानीय स्तर पर सड़क सफाई अभियान और प्लास्टिक मुक्त क्षेत्रों के विकास का प्रस्ताव भी आम तौर पर इस दिन को मनाया जाता है।
डॉ नीता वाजपेयी राज्य एन एस एस अधिकारी, अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय बिलासपुर के कार्यक्रम समन्वयक डॉ मनोज सिन्हा, जिला संगठक प्रो वाय के तिवारी के मार्गदर्शन एवं डॉ मदन मोहन जोशी प्राचार्य के संरक्षण में आयोजित इस कार्यक्रम में प्रो नूतन पाल कुर्रे, प्रो यशवंत जायसवाल, शैलेंद्र सिंह ओट्टी, प्रेमनारायण वर्मा, भुनेश्वर कुमार, डॉ कल्पना शांडिल्य, मनहरण श्याम, क्रान्तिकुमार दीवान, कीर्ति मरकाम, देवेंद्र, कंचन, महिपाल सहित राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवक अनित यादव, प्रीति तिग्गा, संध्या निम्जा, समीर रात्रे, मोनिका कश्यप, रिंकी रजक, प्रीति, लक्की शुक्ला, ज्योति सारथी आदि का महत्वपूर्ण योगदान रहा।