डॉक्टर इस वास्तविक संसार के वास्तविक हीरो होते हैं जो जीवन की रक्षा करते हैं- अमित सक्सेना जीएम एसईसीएल दीपका

कोरबा, 02 जुलाई। आई.पी.एस. दीपका में डॉक्टर्स डे के अवसर पर विशेष रूप से चिकित्सकों को आमंत्रित किया गया था । सर्वप्रथम आई.पी.एस. के विद्यार्थियों ने आगंतुक चिकित्सकों एवं अतिथियों का पुष्प गुच्छ से स्वागत किया तत्पश्चात कर्ण प्रिय स्वागत गीत एवं मनोहारी नृत्य के द्वारा चिकित्सकों एवं अतिथियों का स्वागत किया । आगंतुक अतिथियों में निर्विकार(डी आईजी सीआईएसएफ) एवं अमित सक्सेना जीएम, एसईसीएल दीपका विशेष रूप से उपस्थित थे। आगंतुक चिकित्सकों ने आईपीएस के विद्यार्थियों को स्वस्थ जीवन शैली के बारे में बताया । चिकित्सकों ने बताया कि यदि हम अपनी दिनचर्या में नियमित रूप से योग, संतुलित आहार और कसरत को शामिल कर लें तो बेशक हम बीमार नहीं पड़ेंगें । चिकित्सक लोगों के इलाज हेतु निस्वार्थ रूप से सेवा करता है और प्रत्येक मरीज चिकित्सक के लिए महत्वपूर्ण होता है । चिकित्सक कोई भगवान तो नहीं है लेकिन भगवान से कम भी नहीं माना जाता । हमें चिकित्सकों के महत्व को समझना चाहिए ।

इंडस पब्लिक स्कूल दीपक में डॉक्टर्स डे के उपलक्ष में विशेष समारोह का आयोजन किया गया इस समारोह में प्रमुख रूप से डॉक्टर कल्याण सरकार (सीएमओ एनसीएच), डॉक्टर डीके झा (सीएमओ, एनसीएच), डॉ अरविंद (सीएमओ, दीपका), डॉक्टर सुरजीत सिंह ऑर्थोपेडिक्स, डॉक्टर हरि प्रकाश कंवर(सी एम ओ दीपका), डॉ हरे राम प्रसाद प्रसाद (नेत्र रोग विशेषज्ञ), डॉ. मिथलेश उपस्थित थे।

अमित सक्सेना जी (जीएम एसईसीएल दीपका) ने अपने उद्बोधन में कहा कि डॉक्टर भगवान का दूसरा रूप होते हैं। बी गंभीर बीमारियों का इलाज कर हमें जीवन दान देते हैं। डॉक्टर हमें बीमारियों से लड़ने के लिए आत्म बल प्रदान करता है। वह हमें स्वस्थ जीवन शैली के गुण बताते हैं। हमें सदा चिकित्सकों का सम्मान करना चाहिए।

श्री निर्विकार (डीआईजी सीआईएसफ) ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि महामारी के उस भयानक दौर में देवदूत बनकर लाखों लोगों का जीवन बचाने में डॉक्टरों ने बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। कोरोना काल में बहुत से डॉक्टरों ने अपनी जान की परवाह किए बिना लोगों को नया जीवन प्रदान किया था। उस दौरान मरीजों की जान बचाते-बचाते प्राणघातक कोरोना वायरस के कारण सैंकड़ों डॉक्टरों की मौत भी हुई थी लेकिन फिर भी डॉक्टर पूरी दुनिया को कोरोना महामारी से उबारने में जुटे नजर आए थे। डॉक्टरों की ही बदौलत महामारी के उस भयावह दौर में करोड़ों लोगों का जीवन बचाया जा सका था। सामान्य दिनों में भी डॅाक्टर लोगों को विभिन्न प्रकार की घातक बीमारियों से निजात दिलाने में पूरी ताकत लगा देते हैं। ऐसे में चिकित्सक दिवस हमें स्मरण कराता है कि डॅाक्टरों की हमारे जीवन में कितनी अहम भूमिका रहती है।

डॉक्टर कल्याण सरकार ने अपने उद्बोधन में कहा कि हम चिकित्सक एक प्राचीन पेशे से जुड़े हैं, जो मानव जीवन के प्रति अपनी प्राथमिक चिंता और सम्मान तथा मृत्यु के प्रति अपनी शत्रुता में अन्य सभी से अलग है। और लंबे समय में, पेशे का यह दृष्टिकोण समाज के लिए उतना ही महत्वपूर्ण हो सकता है जितना कि आधुनिक तकनीकी चिकित्सा द्वारा किया जाने वाला कोई भी चमत्कार। हमारी हर संभव कोशिश रहती है कि हम एक बीमार व्यक्ति की सेवा करें और उन्हें एक स्वस्थ जीवन शैली प्रदान करें। हम भाग्यवान है कि हम इस पेशे से जुड़े हुए हैं ।हमें ईश्वर ने सेवा करने का अवसर प्रदान किया।

डॉ. डी.के. झा ने अपने उद्बोधन में कहा कि डॉक्टर जीवन बचाते हैं, लेकिन उनका महत्व इससे कहीं ज़्यादा है। डॉक्टर मरीजों को दर्द कम करने, बीमारी से जल्दी ठीक होने या अक्षम करने वाली चोट के साथ जीना सीखने में मदद करके भी फर्क लाते हैं। एक मरीज की जीवन का आनंद लेने की क्षमता, भले ही उसका इलाज न हो, उसके और उसके परिवार के लिए बहुत बड़ा अंतर पैदा करती है। हम मरीजों के दर्द को अपना दर्द समझ कर इलाज करते हैं हमारी हर संभव कोशिश रहती है हम अपने मरीज को अति शीघ्र स्वस्थ करें और उनके चेहरे पर मुस्कान लाएं।

डॉ अरविंद ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि डॉक्टर को यूं ही भगवान के समान दर्जा नहीं दिया जाता है, उसके पीछे उनकी मेहनत साफ नजर आती है। एक व्यक्ति जब किसी भी बीमारी का शिकार होता है, उसके साथ कोई दुर्घटना होती है या फिर किसी गंभीर बीमारी की चपेट में लोग आते हैं आदि। ऐसे मुश्किल भरे वक्त में डॉक्टर ही उन्हें ठीक करते हैं और एक नई जिंदगी देने का काम करते हैं।

डॉक्टर सुरजीत सिंह (ऑर्थोपेडिक्स) ने बच्चों का ज्ञानवर्धन करते हुए कहा कि आपातकालीन स्थितियों में, डॉक्टर तत्काल चिकित्सा सहायता प्रदान करते हैं, राहत कार्यों का समन्वय करते हैं, और प्रभावित व्यक्तियों की भलाई सुनिश्चित करते हैं। जीवन को बढ़ानाः डॉक्टर जीवन प्रत्याशा को बढ़ाने और लाइलाज बीमारियों का सामना कर रहे रोगियों को आशा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं ।

डॉक्टर हरिप्रकाश कंवर सीएमओ, दीपका ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि स्वास्थ्य समस्याओं को रोकने या स्वास्थ्य को बनाए रखने के उद्देश्य से स्वास्थ्य देखभाल सेवाएँ प्रदान करना हमारा मुख्य उद्देश्य होता है। पूरी निष्ठा से सेवा करना और रोगियों का इलाज करना हमारा मुख्य ध्येय होता है।

डॉक्टर हरे राम प्रसाद (नेत्र रोग विशेषज्ञ) ने कहा कि सभी डॉक्टरों का प्राथमिक कर्तव्य मरीजों की देखभाल और सुरक्षा है। डॉक्टर वह व्यक्ति है जो कई लोगों के जीवन को बचाता है और वे कई लोगों की मदद भी करते हैं जो बीमार महसूस कर रहे हैं और कई बीमारियों का इलाज करते हैं। यह कहा गया है कि डॉक्टर की सेवा मानवता को पीड़ित करने के लिए मूल्यवान सेवा है क्योंकि जीवन को बचाना एक महान काम है जिसे कोई भी डॉक्टर कर रहा है और इसके लायक है।

इंडस पब्लिक स्कूल के प्राचार्य डॉ. संजय गुप्ता जी ने कहा कि डॉक्टरों को अपनी जिम्मेदारियों को महससू करने के अलावा लोगों को भी इसे पहचानना चाहिए और समझना चाहिए कि वे भी एक इंसान हैं बल्कि डॉक्टर लोगों के स्वास्थ्य की भलाई के लिए जो प्रयास करते हैं, उनके इस महान काम के लिए हमें उनकी सराहना करना चाहिए । इस महत्वपूर्ण दिन को मनाने के बहुत सारे कारण हैं । सभी डॉक्टर मानवता की सेवा करने और उन लोगों की जरूरतों को पूरा करने के महान आदर्शों के साथ अपना पेशेवर जीवन शुरू करते हैं, हालांकि कुछ चिकित्सक इस विचारों की दृष्टि पर खरे नहीं उतरते हैं और भ्रष्ट और अनैतिकता का रास्ता अपना लेते हैं । इस प्रकार डॉक्टर दिवस पर डॉक्टरों को अपने स्वयं के करियर पर एक बार प्रतिबंधित करने के लिए उन्हे उनकी जिम्मेदारी का एहसास कराया जाता है जिससे वे उन लोगों की जरूरत के मुताबित इलाज करने के एक नैतिक मार्ग पर खुद को पुनः अनुप्रेषित करते हैं।