कोरबा, 1 जुलाई । इन दिनों ज्यादातर सांप के काटने के मामले बढ़ते ही जा रहें हैं। वर्षा ऋतु भी इसकी एक अहम वजह बनी है। वही कोरबा के सोनगुढ़ा गांव में सर्पदंश की एक घटना सामने आई है। एक जहरीले सांप के काटने से एक साढ़े तीन साल के मासूम बच्ची की मौत हो गई।
सोनगुढ़ा गांव में रात के समय मासूम अर्पिता अपने घर पर सो रही थी, इसी दौरान एक जहरीले सांप ने उसे काट लिया। घटना की जानकारी होते ही परिजन उसे लेकर अस्पताल ले गए, जहां उपचार के दौरान मासूम ने दम तोड़ दिया।
ये है सांप काटने के लक्षण और उपचार
जब सांप काटता है तो उसके दातों का जहर मांस के अंदर घुस जाता है। जहर धीरे-धीरे ऊपर की तरफ बढ़कर शरीर में फैल जाता है। इस प्रक्रिया में लगभग तीन घंटे का समय लगता है। इस दौरान यदि व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाया जाए तो उसके जीवन की रक्षा की जा सकती है। सांप काटने पर शरीर में तेज दर्द, सूजन, उल्टी-दस्त होना, चक्कर आना, शरीर का ठंडा पड़ जाना, खून बहना आदि लक्षण देखने को मिलते हैं। सबसे पहले सांप कांटने वाले स्थान के कुछ ऊपर शरीर को बांध देना चाहिए। ताकि जहर ऊपर ना बढ़े, शरीर से कंगन, अंगूठी पायल, ब्रेसलेट आदि उतार देना चाहिए ताकि सूजन आने पर यह परेशान ना करे। फिर जितनी जल्दी हो सके व्यक्ति को नजदीकी अस्पताल लेकर जाना चाहिए।
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