कोरबा, 27 जून: कोरबा में शाहू जी महाराज की जयंती के अवसर पर मूलनिवासी संघ और ओबीसी महासभा के संयुक्त तत्वाधान में शाहू जी महाराज की जयंती धूमधाम से मनाई गयी। यह कार्यक्रम साहू समाज भवन, ढेगूर नाला के पास में मनाई गई।
कार्यक्रम की अध्यक्षता ओबीसी नकुल राजवाड़े जी ने किया। कार्यक्रम में आर. एन. श्रीवास ओबीसी महासभा कोरबा कोषाध्यक्ष ने शाहू जी महाराज के सामाजिक जागरूकता पर किये संघर्ष को विस्तार से समझाया। मूलनिवासी संघ राज्यकार्यकारिणी सदस्य अमरजीत पटेल ने बताया की शाहू जी महाराज को राजश्री क्यों कहा जाता क्योंकि राजा तो कई हुए लेकिन शाहू जी महाराज ने वंचितों के लिए काम किया। आंबेडकर जी को पढ़ने के विदेश भेजा। और अपने बाद आंबेडकर जी को वंचितों के हीत के लिए अपना उत्तराधिकारी बताया।कार्यक्रम में मूलनिवासी संघ के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य योगेश साहू जी ने अपने वक्तव्य में बताया की शाहू जी महाराज आरक्षण के जनक थे। शाहू जी महाराज ने अपने राज्य कोल्हापुर में वंचितों sc st ओबीसी के लिए 50% आरक्षण दिया था। मूलनिवासी संघ के तेरस राम जी ने शाहू जी महाराज के विषय में विस्तार से बताते हुए कहा के शाहू जी महाराज ने अपने राज्य में कैसे सभी वर्ग के लिए स्कूल, अस्पताल, हॉस्टल खोले। कोरबा जिला ओबीसी महासभा महिला मोर्चा अध्यक्ष त्रिवेणी राजवाड़े ने बताया के शाहू जी महाराज शिवाजी के ही वंशज थे। शिवाजी की तरह ही वंचितों के लिए कार्य किये। कोरबा जिला ओबीसी महासभा अध्यक्ष नकुल राजवाड़े जी ने अपने अध्यक्षीय भाषण में बताया की शाहू जी महाराज राजा थे और कुर्मी जाति से ताल्लुक रखते थे। राजा होते हुए भी उनके कर्मचारी ब्राह्मण उनसे कैसे भेदभाव करते थे। राजवाड़े ने बताया की शाहू जी महाराज हमारे पुरखे थे। हमें उनको याद हमेशा सम्मान करना चाहिए।
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